गढ़वा : जिले में आए दिन सामूहिक दुष्कर्म की घटना घट रही है मगर रेभेन्यु जेनरेट करने के नाम पर हेमंत सरकार गरीबों को शोषण कर रही है। हालत यह है कि रात के अंधेरे में गरीब लोगों का बाइक पकड़कर प्रशासन आए दिन मोल-तोल कर रहा है। पिछले 1 साल में सिर्फ गढ़वा जिले में 102 बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ और खास वर्ग के लोगों का इसमें विशेष हाथ रहा है। मगर सरकार बेटियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है, उक्त बातें पूर्व विधायक सत्येंद्र तिवारी ने आज यहां कही। जबकि कुछ ऐसे ही प्रतिक्रिया आज चर्चा के दौरान बहुसंख्यक लोगों द्वारा सुनने को मिला। यहां पर एक-एक कर आए दिन घट रही दुष्कर्म के मामले पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया है जान लें।
झारखंड में अपराधी खुलेआम अपराध कर रहे है लेकिन सरकार रोकने में सक्षम नहीं है। झारखंड में हेमंत सरकार बेटी की रक्षा नहीं कर रही है। उक्त बातें भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश केशरी ने कही। उन्होंने कहा कि गढ़वा जिला में दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। पुलिस केवल वाहन चेकिंग के नाम पर आम जनता को लूटने में लगी है। गढ़वा जिले में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।
गढ़वा जिले में प्रशासन की लापरवाही के कारण महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। उक्त बातें रंका प्रखंड प्रमुख लीलावती देवी ने कही। उन्होंने कहा कि अपराधियों सहित जो लोग महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं, उन्हें सही ढंग से सजा नहीं मिल रही है और कार्रवाई नहीं हो रहा है।
उसी का नतीजा है कि इतनी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस सही ढंग से अपनी कार्य नहीं कर रही है। पुलिस अपनी नाकामी छिपाने का प्रयास कर रही है।
जिले में जो गलत कार्य हो रहे हैं पुलिस उसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है। जिले में दुष्कर्म की घटनाएं लगातार सुनने को मिल रही है जो पुलिस की विफलता को दर्शाता है। उक्त बातें बडगढ़ प्रखंड प्रमुख जूली तिर्की ने कही। उन्होंने कहा कि पुलिस का केवल बालू पकड़ना, छोटी-मोटी गाड़ी पकड़ना ही मुख्य कार्य नहीं है, पुलिस का कार्य है जिले की महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराना। जिसमें पुलिस नाकाम साबित हो रही है। महिलाओं के मन मे पुलिस के प्रति नकारात्मक विचार आ रहा है। गढ़वा जिले में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं।