गढ़वा : सुश्रुत सेवा संस्थान अस्पताल में आज नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी, रांची की टीम द्वारा नि:शुल्क निःसंतानता परामर्श शिविर का सफल आयोजन किया गया। यह शिविर सुबह 11:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक चला, जिसमें 40 से अधिक मरीजों की चिकित्सकीय जांच कर उन्हें विशेषज्ञ परामर्श प्रदान किया गया।
शिविर में नोवा आईवीएफ की टीम से डॉ. निवेदिता के नेतृत्व में डॉ. सोनाली, डॉ. प्रियंका मिश्रा एवं डॉ. सुप्रिया रॉय मौजूद रहीं। इसके साथ ही स्थानीय टीम से डॉ. टी. पीयूष, डॉ. श्रीमती नीलम एवं डॉ. प्रियांशु शर्मा ने भी अपनी सेवाएँ दीं।
डॉ. नीलम ने निःसंतानता के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यदि कोई दंपति नियमित रूप से एक वर्ष तक बिना किसी गर्भनिरोधक साधन के सहवास के बावजूद गर्भधारण नहीं कर पाता है, तो इसे निःसंतानता (Infertility) माना जाता है। उन्होंने बताया कि पुरुषों में वीर्य गुणवत्ता में कमी, वेरीकोसिल, चोट, मम्प्स, डायबिटीज, अत्यधिक धूम्रपान व शराब जैसी आदतें प्रमुख कारण बन सकती हैं। इसके लिए समय पर वीर्य जांच कराना आवश्यक है।
वहीं महिलाओं में गर्भाशय, अंडाशय या फैलोपियन ट्यूब से संबंधित समस्याएँ, अनियमित माहवारी, पीसीओएस, थायराइड व प्रोलेक्टिन की गड़बड़ी प्रमुख कारण हो सकते हैं। डॉक्टरों ने सलाह दी कि पोषक तत्वों—जिंक, मैग्नीशियम, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट—से भरपूर भोजन नियमित रूप से लेने से प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
जो दंपत्ति अक्सर दूर-दूर रहते हैं, उन्हें उचित समय (फर्टाइल विंडो) में सहवास करने के लिए कैलेंडर मेथड अपनाने की सलाह दी गई। उम्र बढ़ने के साथ निःसंतानता की समस्या बढ़ती है, इसलिए समय पर विशेषज्ञ से परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक है।
शिविर के माध्यम से उपस्थित दंपतियों को न सिर्फ चिकित्सकीय जांच उपलब्ध कराई गई, बल्कि उनसे संबंधित सभी जिज्ञासाओं का समाधान भी विशेषज्ञों द्वारा किया गया।