पेशका (मेराल) : माननीय उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली एवं उच्च न्यायालय झालसा रांची के निर्देशानुसार, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष मनोज प्रसाद एवं सचिव निभा रंजना लकड़ा के मार्गदर्शन में आज मेराल प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय, पेशका में लीगल लिटरेसी क्लास का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गढ़वा के तत्वावधान में किया गया, जिसमें 7 पीएलवी (पैरा लीगल वॉलंटियर्स) ने सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद नियाजउद्दीन अंसारी ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत पीएलवी रमाशंकर चौबे ने सर्वधर्म प्रार्थना से की।
पीएलवी मुरली श्याम तिवारी ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार की स्थापना (1987) का उद्देश्य बताते हुए कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाना इसका मूल लक्ष्य है। उन्होंने घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006, सखी वन स्टॉप सेंटर, असंगठित मजदूरों के निबंधन, एवं सरकारी कल्याणकारी योजनाओं जैसे वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन एवं मातृत्व वंदना योजना की जानकारी दी।
पीएलवी यशवंत मिश्रा ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 और महिला साक्षरता पर विशेष बल दिया।
पीएलवी संगीता सिन्हा ने बाल विवाह एवं बाल मजदूरी उन्मूलन पर जोर देते हुए कहा कि यदि कहीं बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयाँ हो रही हों, तो उसकी तुरंत सूचना देकर उसे रोका जाना चाहिए।
पीएलवी दीपक कुमार ने अनाथ बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना की जानकारी दी, वहीं पीएलवी मोहम्मद कलामुद्दीन ने समाज में समानता और शिक्षा के प्रसार पर बल दिया।
पीएलवी तृप्ता भानु, जो गढ़वा थाना में सेवाएं दे रही हैं, ने बच्चों को गुड टच और बैड टच की जानकारी दी तथा कहा कि किसी भी बहन-बेटी या महिला को किसी प्रकार की परेशानी होने पर महिला थाना से संपर्क करें, वहाँ त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
गढ़वा जिला विधिक सेवा प्राधिकार (DLSA) विधिक जागरूकता फैलाने के क्षेत्र में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के शिक्षक कौशलेंद्र त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।