धुरकी : धुरकी प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित एफसीआई के गोदाम से जन वितरण प्रणाली के दुकान तक खाद्यान्न पहूंचाने वाले वाहन मालिकों का किराया भुगतान नहीं किए जाने से वाहन मालिक परेशान हैं। डोर टू स्टोक डिलीवरी के ठेकेदार उमाशंकर जायसवाल के द्वारा पिछले डेढ़ माह से वाहन मालिक और चालक को किराया भुगतान नहीं किया गया है। जिसके कारण वाहन मालिक ड्राइवर और अपने वाहन सहित जिविकोपार्जन करने मे असमर्थ हो चुके हैं। इस संबंध मे वाहन मालिक संजय सिंह ने बताया की उनके वाहन का किराया 17 हजार बाकी है वहीं नासीर अंसारी ने बताया की उसका तीन हजार, राजेंद्र बहादुर सिंह का 11 हजार दो सौ रूपये, मंजीत कोरवा का 6 हजार पांच सौ रूपये व शमशाद अंसारी का 5 हजार तीन सौ रूपये बकाया है।
मांगे जान पर नहीं दे रहे हैं उक्त लोगों ने यह भी बताया की फोन करने के बाद काॅल भी रिसीव नहीं कर रहे हैं। वाहन मालिकों ने डोर टू स्टोक डिलीवरी के ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की गोदाम मे खाद्यान्न ढोने के लिए अपना-अपना ट्रैक्टर लेकर जाते हैं तो ठेकेदार के द्वारा किराया मे पांच सौ रूपये की कटौती करने के बाद भुगतान किया जाता है। वाहन मालिकों ने बताया की जीस पीडीएस के दुकान पर वे लोग खाद्यान्न पहूंचाते हैं वहां का किराया निर्धारित रहता है जिसमे ठेकेदार के द्वारा पांच सौ रूपये की कटौती कर लिया जाता है और कहा जाता है कि डीलर से पांच सौ रूपये ले लेना जब वे लोग डीलर से मांगते हैं तो डीलर कहते हैं की हम किराया नहीं देंगे किराया ठेकेदार को देना है बोलकर इंकार कर देते हैं।
मना करने के बाद ठेकेदार हमलोगो को धमकी देते हैं की जितना किराया दे रहे हैं उतने मे खाद्यान्न की ढुलाई करो नही तो तुम्हारा वाहन को हटा देंगे। वाहन संचालको ने कहा की वैश्विक महामारी के दौरान संपूर्ण लोकडाउन मे उक्त यही वाहन गरीबों का निवाला लेकर पहूंचते थे।