गढ़वा :“कॉफी विद एसडीएम” में जिले के योग प्रशिक्षकों के साथ हुआ संवाद
साप्ताहिक संवाद श्रृंखला "कॉफी विद एसडीएम" के तहत इस बार जिले के योग प्रशिक्षकों और योग प्रेमियों के साथ विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस संवाद की अध्यक्षता अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने की, जिसमें पतंजलि योग समिति सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए 40 से अधिक योग प्रशिक्षकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य जिला प्रशासन और योग क्षेत्र से जुड़े लोगों के बीच समन्वय को मजबूत करना और योग के प्रचार-प्रसार में आ रही समस्याओं का समाधान ढूंढना था। एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा के संतुलन का माध्यम है।
प्रमुख मुद्दे और सुझाव:
योग कक्षाओं के लिए परिसर की आवश्यकता:
पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी रास बिहारी तिवारी ने बताया कि गढ़वा में 1000 प्रशिक्षित योग शिक्षक हैं, परंतु उन्हें नियमित योग संचालन के लिए स्थान नहीं मिल पाता। एसडीएम ने नगर परिषद से सामुदायिक भवनों या वार्ड विकास केंद्रों को सुबह-शाम योग हेतु उपलब्ध कराने की बात कही।
योग कक्षाएं हैं पूर्णतः निशुल्क:
प्रशिक्षकों ने बताया कि वे स्वैच्छिक रूप से सेवाएं दे रहे हैं, और योग से जनस्वास्थ्य में सुधार लाने हेतु कार्यरत हैं।
नशा मुक्त समाज की दिशा में योग:
उपस्थित सदस्यों ने नशामुक्ति अभियान की प्रशंसा की और कहा कि योग, इंद्रियों पर नियंत्रण का सबसे बेहतर तरीका है जिससे नशे की प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
कोविड के बाद चुनौतियां:
प्रशिक्षक सुशील केसरी ने बताया कि कोविड के बाद योग कक्षाओं में सहभागिता कुछ घटी है, जिसे प्रचार-प्रसार और सहयोग से पुनः बढ़ाया जा सकता है।
योग सामग्री की अपेक्षा:
संतोष चौबे सहित अन्य सदस्यों ने मैट, माइक, साउंड सिस्टम, दरी आदि न्यूनतम आवश्यक सामग्री की मांग रखी। एसडीएम ने CSR के माध्यम से समाधान की बात कही।
योग के अनुभव साझा:
पंकज चौबे ने योग से 26 किलो वजन घटाने की कहानी साझा करते हुए कहा कि दवाइयों के बजाय योग को अपनाया जाए।
शाम को भी चलें योग कक्षाएं:
वर्षा अग्रवाल व विमला केसरी ने बुजुर्गों और कार्यरत लोगों के लिए शाम के समय भी योग कक्षाएं शुरू करने का सुझाव दिया।
स्कूलों में साप्ताहिक योग कक्षाएं:
जिला परिषद उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने शिक्षा विभाग से हर शनिवार स्कूलों में योग कक्षाएं शुरू करने का प्रस्ताव रखने की बात कही।
वैलनेस सेंटर फिर से शुरू हो:
वीरेंद्र पांडे ने बताया कि आयुष विभाग का योग एवं वैलनेस सेंटर जनवरी 2024 से बंद पड़ा है, जिसे पुनः चालू करवाने की मांग की गई।
सम्मान और प्रेरणा:
वरिष्ठ योग प्रशिक्षक अरुण मिश्रा 'फलाहारी' के योगदान की सराहना की गई। एसडीएम ने कहा कि योग दिवस जैसे अवसरों पर ऐसे समर्पित योगियों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
प्रसार की आवश्यकता:
एडवोकेट अंजू शुक्ला, इंदु शेखर उपाध्याय और कई अन्य वक्ताओं ने महिलाओं व बच्चों को योग से जोड़ने, स्कूल असेंबली में योग विषयक जानकारी देने, और योग को जनमानस तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार की आवश्यकता बताई।
योग दिवस की तैयारियों पर मंथन
कार्यक्रम में आगामी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भव्य आयोजन हेतु रणनीति बनाई गई।
सकारात्मक ऊर्जा के साथ हुआ समापन
एसडीएम संजय कुमार ने सभी योग प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए आश्वस्त किया कि उनके सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा और प्रशासन योग को जन-जन तक पहुंचाने का सेतु बनेगा। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ और स्वस्थ समाज निर्माण की प्रतिबद्धता के साथ हुआ।