गढ़वा : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की केंद्रीय समिति, जिला कमिटी, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक आज माननीय पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के कल्याणपुर स्थित आवास पर जिला अध्यक्ष शम्भू राम की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में भाषा के सवाल को लेकर गहन चर्चा की गई।
बैठक में यह चिंता व्यक्त की गई कि पलामू प्रमंडल के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को भाषा के आधार पर नियुक्तियों में परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसे देखते हुए झामुमो ने निर्णय लिया कि हिन्दी भाषा को तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी की नियुक्तियों में शामिल कराने के लिए माननीय मुख्यमंत्री से सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का अनुरोध किया जाएगा, ताकि युवाओं को न्याय मिल सके।
बैठक में स्थानीय विधायक द्वारा मीडिया में दिए गए बयान की कड़ी निंदा की गई, जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा कि “झामुमो नेताओं को पलामू प्रमंडल में घुसने नहीं देंगे।” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि “झामुमो का एक-एक कार्यकर्ता इन बयानों का माकूल जवाब देगा। यदि भाषा के सवाल पर किसी को आमरण अनशन पर बैठना चाहिए, तो वे वही विधायक हैं।”
झामुमो ने यह भी स्पष्ट किया कि कैबिनेट में प्रस्ताव पारित होने के दिन ही पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री को मगही, भोजपुरी और हिन्दी को जोड़ने हेतु पत्र सौंपा जा चुका है।
बैठक में स्थानीय विधायक पर भ्रष्टाचार, उगाही, अधिकारियों को डराने और जनभावनाओं से खिलवाड़ के आरोप लगाए गए।
विधायक जनता को भ्रमित और ठगने का काम कर रहे हैं।
संवेदकों और अधिकारियों से अवैध वसूली करवाई जा रही है।
जो इसका विरोध करते हैं, उन्हें धमकाया जाता है।
बालू के अवैध कारोबार में उनकी संलिप्तता बताई गई, जिसमें कथित कमीशन भी लिया जा रहा है।
अधिकारियों से अमर्यादित भाषा में बातचीत करना उनकी आदत बन चुकी है।
झामुमो नेताओं ने कहा कि यह झामुमो की सरकार है, और जनहित से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यदि विधायक सोचते हैं कि पूर्व के 10 वर्षों की भ्रष्ट नीतियाँ दोहराई जाएंगी, तो यह अब संभव नहीं है।
भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
बैठक में यह भी कहा गया कि 9 जून 2025 को भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि पर पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर द्वारा बिरसा मुंडा पार्क-सह-हेलीपैड कल्याणपुर में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई, जबकि स्थानीय विधायक समाहरणालय में मौजूद रहते हुए भी श्रद्धांजलि अर्पित करने नहीं पहुंचे।
झामुमो ने इसे आदिवासी अस्मिता और सम्मान का अपमान बताया।
विधायक मद में भ्रष्टाचार के आरोप
झामुमो नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक के दस वर्षों के कार्यकाल में विधायक मद की राशि का कोई हिसाब नहीं है, और न ही शिलापट्ट नजर आते हैं। ₹40 करोड़ की योजनाएं कहां गईं, इसकी कोई जानकारी नहीं है।
बाईपास सड़क का निर्माण न हो पाना, मुआवज़ा वितरण में भ्रामक बातें, और कमीशन के लिए योजनाओं में रोड़ा डालना — ये सभी बातें विधायक की नीयत पर सवाल उठाती हैं।
बैठक के अंत में निर्णय लिया गया कि झामुमो जनता के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करता रहेगा और किसी भी जनविरोधी गतिविधि का पुरज़ोर विरोध करेगा।
इस बैठक में जिला सचिव मो. शरीफ अंसारी, तनवीर आलम खान, मनोज ठाकुर, राजकिशोर यादव, ताहिर अंसारी, श्रवण कुमार सिंह उर्फ संजय छोटू, शांति देवी, रेखा चौबे, अराधना सिंह, अंजली देवी, दीपमाला, बिरेन्द्र प्रसाद, प्रकाश चन्द्र पाठक, मनोज कुमार तिवारी, रामचन्द्र राम, सुनील कुमार गौतम, अखिलेश कुमार जायसवाल सहित कई नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।