गढ़वा : शाम करीब 3:30 बजे अचानक मौसम ने करवट ली और तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। गरजते बादलों और मूसलधार बारिश ने गढ़वा का मौसम भले ही सुहावना कर दिया, लेकिन इसके साथ ही लोगों की मुश्किलें भी काफी बढ़ गईं।
तेज हवाओं के चलते शहर में कई अस्थायी निर्माण और करकट उड़ गए। टीनशेड और दुकानों की छतें भी प्रभावित हुईं। नारायणपुर क्षेत्र में तेज हवाओं ने बड़े-बड़े पेड़ उखाड़ दिए, जो मुख्य गढ़वा-रंका सड़क पर गिर पड़े। इससे इस मार्ग पर यातायात काफी देर तक बाधित रहा और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
वार्ड संख्या 10 में एक सीढ़ी की दीवार गिरने की घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं।
फिलहाल बारिश और आंधी से हुए नुकसान का आकलन करना मुश्किल है, लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत शहर में बिजली व्यवस्था को लेकर बनी हुई है। गढ़वा शहरी क्षेत्र की 33000 वोल्ट लाइन में फॉल्ट आने के कारण पूरे शहर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। शाम से ही गढ़वा शहर अंधकार में डूबा हुआ है।
बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि फॉल्ट की सही जगह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। हालांकि रेस्क्यू टीमों को रवाना कर दिया गया है और फॉल्ट का पता लगने के बाद बिजली बहाल करने के सभी उपाय किए जाएंगे।
जिन घरों में इनवर्टर या बैकअप की व्यवस्था है, वहां स्थिति थोड़ी बेहतर है, लेकिन अधिकांश गरीब परिवार और छोटे दुकानदार जिनके पास ऐसी सुविधा नहीं है, उन्हें रात के अंधेरे और गर्मी दोनों का सामना करना पड़ रहा है।
यह मौसम की अचानक हुई मार लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। प्रशासन से राहत कार्यों में तेजी लाने की उम्मीद की जा रही है ताकि सामान्य जनजीवन जल्द बहाल हो सके।