गढ़वा: भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रितेश चौबे ने झारखंड की झामुमो सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में महिलाओं को मंईया सम्मान योजना के तहत 18 से 49 वर्ष की सभी महिलाओं को 2500 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया गया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद झामुमो सरकार ने केवल कुछ ही महिलाओं को इसका लाभ दिया, जबकि अधिकांश महिलाओं को इससे वंचित रखा गया। उन्होंने इसे महिलाओं के साथ धोखा और जनभावनाओं का अपमान करार दिया।
चौबे ने कहा कि झामुमो ने सत्ता पाने के लिए महिलाओं को बरगलाने का काम किया और बाद में नियमों के नाम पर बड़े पैमाने पर महिलाओं का नाम योजना से हटा दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर सभी को लाभ नहीं देना था तो चुनाव में वादा क्यों किया गया?
युवाओं और पेंशनधारकों के साथ भी छलावा
भाजपा नेता ने युवाओं को लेकर भी झामुमो सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में पांच से सात हजार रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक यह वादा पूरा नहीं हुआ।
चौबे ने आगे कहा कि मंईया सम्मान योजना के तहत 2500 रुपए देने की बात करने वाली सरकार वृद्धा, विधवा और विकलांग पेंशन के रूप में मात्र 1000 रुपए दे रही है। उन्होंने महंगाई को ध्यान में रखते हुए पेंशन राशि 5000 रुपए करने की मांग की। साथ ही, चार महीनों से पेंशन रोके जाने पर नाराजगी जताई और इसे गरीब पेंशनधारकों के लिए गंभीर समस्या बताया।
इस मौके पर भाजपा नेता संजय जायसवाल, नवीन जायसवाल सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।