गढ़वा : आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने गढ़वा के पुराने राजनीतिक घराने के सफल व्यवसायी और समाजसेवी उमाकांत तिवारी को आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव की जिम्मेवारी सौंपी है। उमाकांत का परिवार जिले के सबसे पुराने राजनीतिक -सामाजिक घराने के तौर पर जाना जाता है। इनके पिता स्व. बैजनाथ तिवारी ख्यातिप्राप्त समाजसेवी थे। स्वयं उमाकांत भी दर्जनों समाजसेवी और स्वयंसेवी संगठन से सक्रिय तौर पर जुडे हैं।
आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश ने अपनी पार्टी की पलामू प्रमंडल में मजबूती के लिए प्रयासरत रहते हैं लेकिन झारखंड नामधारी पार्टियों के लिए पलामू की राजनीति अनुकूल नहीं रही। तमाम कोशिशों के बाद पहली बार लोकसभा के लिए झामुमो के टिकट से कामेश्वर बैठा की जीत के बाद पार्टी के बडे नेता मिथिलेश ठाकुर ने गढ़वा में झामुमो के लिए जमीन तैयार करने में जमकर पसीना बहाया पर लगातार 10 साल की सर्वकर्म परिश्रम के बाद परिस्थितिजन्य स्थिति में पहली बार प्रमंडल में दो सीटों गढ़वा और लातेहार पर झामुमो का खाता खुला था।
आजसू पार्टी ने भी 2007 के उपचुनाव में डालटनगंज सीट से चर्चित नेता स्व. अनिल चौरसिया पर दांव खेला था। 2009 में भाजपा के प्रदेश महामंत्री रहे बागी नेता जवाहर पासवान को टिकट देकर लड़ाया लेकिन कुछ महीने बाद ही जवाहर ने सुदेश का साथ छोड़ दिया। पिछले 2019 के चुनाव में हुसैनाबाद के विधायक शिवपूजन मेहता नें आजसू में प्रवेश किया और अभी भी बने हुए हैं लेकिन उनकी गतिविधी हुसैनाबाद के अंदर ही रही है।
ऐसे में ब्राह्मण मतदाता बहुल गढ़वा से बेदाग छवि के उमाकांत तिवारी को पार्टी में शामिल कर महत्वपूर्ण जिम्मेवारी देकर सुदेश महतो ने इनसे जो उम्मीद की है वह उमाकांत कितना पूरा करते हैं, इस पर जिले में आजसू का भविष्य निर्भर करेगा।