गढ़वा : गढ़वा सदर थाना परिसर में आज एक अजीबो - गरीब घटना घटी, जिसमें दूसरे को सुरक्षा देने वाले कानुन के रखवाले आपस में ही भिड़ गए। भीडे भी हैं तो ऐसा वैसा नहीं एक जवान घायल है, जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक पुलिस का अधिकारी के साथ भी मारपीट किया गया है जिसे लेकर पुलिस मेंस एसोसिएशन तथा ऑफिसर एसोसिएशन के बीच तनाव व्याप्त है।
दरअसल इसकी शुरुआत आज सुबह करीब 10:30 बजे तब हुई जब महीनों से छुट्टी पर घर नहीं गए जवान रमेश उरांव, गढ़वा सदर थाना के थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत के पास छुट्टी लेने पहुंचा उसे छुट्टी नहीं मिली। जिससे जवान आपे से बाहर हो गया तथा गाली गलौज देना शुरू कर दिया , जवान से गाली सुनकर थाना प्रभारी भी कहां पीछे रहने वाले थे।
वे भी हमलावर हो गए और अपने सहायक परिचालित पुलिस अवर निरीक्षक स्वामी रंजन ओझा के साथ मिलकर पहले जवान को मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। फिर उसे बंधक बना लिया।
जब इसकी सूचना पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुमार कुशवाहा को मिली तो वे जवानो के साथ थाना पहुंचे तथा बंधक बनाए गए जवान को मुक्त कराते हुए जमकर बवाल काटा। देखते ही देखते गढ़वा थाना परिसर रण क्षेत्र में तब्दील हो गया। वहां घंटों हंगामा होता रहा। इस दौरान पुलिस के जवानों ने भी थाना प्रभारी व उनके सहयोगी पदाधिकारी पर हमले की कोशिश की। इस क्रम में स्वामी रंजन ओझा के साथ मारपीट भी किया गया। स्थिति बिगड़ते गई दोनों ओर से मामला तूल पकड़ लिया।
पुलिस मेंस एसोसिएशन के तर्ज पर ऑफिसर एसोसिएशन की ओर से भी संगठन के अध्यक्ष सार्जेंट मेजर आनंद राज खलखो ने कमान संभाल ली और दोनों ओर से थाना में आमने - सामने की लड़ाई शुरू हो गई।
जवानों ने अपना हथियार रख दिया और कहा कि जब तक देषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक वे लोग हथियार उठाएंगे और ना ही ड्यूटी करेंगे तथा इसकी शिकायत पलामू क्षेत्र डीआईजी से किया।
डीआईजी के द्वारा गढ़वा मुख्यालय डीएसपी दिलीप खलखो को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी दी गई है। जांच टीम में शामिल सार्जेंट मेजर आनंद राज खलखो को भी रखा गया है।
श्री खलखो ने कहा कि थाना में पदाधिकारी और जवान के बीच मारपीट हुई है। मामला को जांच कर सलटाने का प्रयास किया जा रहा है।
जबकि इस संबंध में पुलिस मेंस एसोसिएशन के गढ़वा जिला अध्यक्ष रवि कुशवाहा ने कहा कि जवान के साथ मारपीट करना सरासर गलत है और जब तक गढ़वा थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत और एसआई स्वामी रंजन पर एफआईआर करते हुए दोनों का तबादला नहीं किया जाएगा वे लोग थाना में ही डटे रहेंगे।
खबर लिखे जाने तक शाम 7 बजे तक थाना परिसर में पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी और ऑफिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी एक दूसरे के खिलाफ मोर्चाबंदी के अंदाज में में डटे हुए थे। पुलिस अधीक्षक श्रीकांत एस राव खोतरे भवनाथपुर के अरसली में उत्पन्न विवाद को निपटाने गए हुए थे, लिहाजा उनका गढ़वा लौटने का भी इंतजार किया जा रहा है।