मझिआंव : मझिआंव थाना क्षेत्र के ग्राम पुरहे के टोला बालूगंज निवासी हाजोदीन अंसारी के पुत्र साकीर अंसारी की मौत गुजरात के भरूच जिला मुख्यालय में प्लांट में काम करने के दौरान हो गई है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार साकिर अंसारी का शादी 3 माह पूर्व शादी हुआ था और साकिर कोरोना काल में ही दो वक्त की रोटी की जुगाड़ में गुजरात के भरूच गया था ।वह 6 जुलाई 2020 को गया था। जिसकी मौत 5 अगस्त को प्लांट के ऊपरी हिस्से में काम कर रहा था। उसी दौरान युवक का पैर फिसल जाने के कारण लोहे के साथ गिर जाने पर उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार उक्त व्यक्ति का शव गुजरात के भरूच से मझिआंव पूरहे के लिए कंपनी के द्वारा रवाना करा दिया गया है।
मौत की खबर गांव ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों में आग की तरह फैल गई। वहीं घरवालों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है किसी के आंख से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है।
ज्ञात हो कि झारखंड के प्रवासी मजदूरों का मौत प्रदेश में दिन प्रतिदिन हो रहा है। इसके बावजूद भी झारखंड सरकार गंभीरता से नहीं ले रही है।
इधर प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि जब कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत हुई थी, तब झारखंड सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपने प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को जान बचाने के ख्याल से प्रवासी मजदूरों को दूसरे प्रदेश से वापसी कराया गया था। लेकिन काम के अभाव में प्रवासी मजदूर बेसहारा हो गए और अपने परिवार के 2 जून की रोटी की जुगाड़ में फिर से दूसरे प्रदेश में पलायन कर गए।
इसी का नतीजा है कि बेसहारा प्रवासी मजदूर दिन प्रतिदिन मौत के गाल में समाते जा रहे हैं। झारखंड सरकार के अधिकारी इसके प्रत्येक गंभीर नहीं हैं।