रंका : "जाको राखे साईंया मार सके न कोई" यह कहावत आज उस वक्त चरितार्थ हुई जब झारखंड तथा छत्तीसगढ़ दो राज्यों को बांटने वाली कनहर नदी के पुल पर एक कमांडर जीप सीजी 15 जेड डी 2725 कनहर नदी के पुल के नीचे गिरते - गिरते बचा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुल में ऊपरी परत का कई वर्षों से मरम्मत नहीं होने के कारण पुल पर कई जगह गड्ढे उभर आए हैं, जो जानलेवा साबित हो रहे हैं। इन्हीं गड्ढों में कमांडर जीप का अगला चक्का चला गया। जिससे जीप के स्टेयरिंग की स्क्रू टूट गई और स्टेयरिंग फेल हो गया, जिसके फलस्वरूप अचानक बाई ओर मुड़ गया। इसके बाद पुल का रेलिंग तोड़ते हुए आधी जीप का अगला हिस्सा पुल के बाहर की ओर निकल गया।
गनीमत रही की उसमें सवार केवल चालक ही था। जो रुकने के बाद जीप से बाहर आ गया।
कमांडर जीप रमकंडा प्रखंड के गोबरदाहा निवासी उमेश यादव की बताई जा रही है, जो गोदरमाना में होमगार्ड के रूप में तैनात है। वही कमांडर जीप को चला रहा था।
इस संबंध में पीकेट प्रभारी ने बताया की बगैर छुट्टी लिए ही शाम को घर चला गया था जो सुबह कमांडर जीप लेकर आया हुआ था। आने के बाद वह रामानुजगंज गिफ्ट लेकर गया। फिर वहां से पुनः आने के क्रम जीप कनहर नदी पर बने पुल के बीच गड्ढे में चली गई जिससे उसका स्टेरिंग फेल हो गया जिसके कारण अचानक बाई ओर मुड़ गई और रेलिंग तोड़ते हुए पुल पर अटक गया।