गढ़वा : संवाद में कई पूर्व सैनिकों की भी रही सहभागिता
सैनिकों के परिवारों के साथ खड़ा है पूरा समाज और प्रशासन : एसडीएम
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैनिकों के अदम्य शौर्य और साहस को किया गया नमन
सदर एसडीएम संजय कुमार की पहल पर चलाए जा रहे साप्ताहिक कार्यक्रम "कॉफी विद एसडीएम" के अंतर्गत इस बार एक विशेष संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें देश की सीमाओं पर तैनात सैनिकों के परिजनों को आमंत्रित किया गया। इस विशेष आयोजन में 1971 के युद्ध और कारगिल युद्ध में भाग ले चुके कई भूतपूर्व सैनिकों ने भी भागीदारी की।
कार्यक्रम के दौरान सैनिकों के परिजनों ने न सिर्फ अपने विचार साझा किए, बल्कि अपनी निजी समस्याएं एवं जिले की बेहतरी को लेकर सुझाव भी दिए।
सैनिकों और उनके परिजनों को प्रणाम : एसडीएम
एसडीएम संजय कुमार ने सभी उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सैनिकों का योगदान देश के लिए सर्वोपरि है और उनके परिजन भी उतने ही सम्मान के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि सैनिकों की शहादत और सेवा को केवल प्रशंसा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी से जवाब दिया जाना चाहिए।
एसडीएम ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सैनिकों की बहादुरी को याद करते हुए सभी के साथ मिलकर भारत माता की जय और वंदे मातरम का सामूहिक उद्घोष भी किया।
पूर्व सैनिकों की रही महत्वपूर्ण सहभागिता
डुमरिया, अचला नवाडीह, झूरा, देवगाना आदि क्षेत्रों से आए पूर्व सैनिकों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और सैनिक कल्याण से जुड़ी अपनी बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि सैनिक सेवा से भले ही वे सेवानिवृत्त हो चुके हों, लेकिन राष्ट्र सेवा से कभी रिटायर्ड नहीं होते। सभी पूर्व सैनिकों ने समाज में अपनी निशुल्क सेवाएं देने का प्रस्ताव भी एसडीएम के समक्ष रखा।
शहीदों के परिजनों की उपस्थिति
कार्यक्रम में शहीद आशीष तिवारी के पिता अरविंद तिवारी और शहीद रामप्रीत ठाकुर की पत्नी संकलिया देवी एवं पुत्र बृजमोहन ठाकुर की उपस्थिति ने पूरे माहौल को भावुक बना दिया।
निजी समस्याओं और सुझावों पर हुई चर्चा
इस संवाद में उपस्थित लोगों ने गढ़वा, मेराल, मझिआंव और डंडई अंचल से जुड़ी अपनी समस्याएं साझा कीं, जिनके शीघ्र समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
पूर्व सैनिकों ने पूर्व सैनिक कार्यालय की स्थापना, शहीद स्मारक निर्माण और सिविल डिफेंस को सक्रिय करने जैसे अहम सुझाव दिए।
एसडीएम ने किया सम्मानित अभिवादन
एसडीएम संजय कुमार ने उपस्थित पूर्व सैनिकों और सैनिकों के परिजनों के सम्मान में उनके चरण स्पर्श कर अभिवादन किया और कहा कि वे ऐसे लोगों के बीच बैठकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
स्थानीय प्रतिष्ठान का योगदान
स्थानीय व्यावसायिक प्रतिष्ठान बाबा कमलेश के प्रोपराइटर कमलेश अग्रवाल ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी सैनिक परिजनों और रिटायर्ड सैनिकों को उपहार भेंट कर उनका सम्मान किया।
यह आयोजन न केवल एक संवाद था, बल्कि देश की सुरक्षा में लगे जांबाजों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करने का एक सशक्त माध्यम बना।