गढ़वा :
उचित कार्रवाई नहीं हुई तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे: संजय चौधरी
पुराना समाहरणालय गढ़वा के सामने खजूरी जलाशय मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड, बीरबंधा ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। समिति ने आरोप लगाया कि जिला मत्स्य पदाधिकारी और अन्य अधिकारियों द्वारा बंदोबस्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं की जा रही हैं।
राष्ट्रीय मछुआरा संघ के प्रदेश महासचिव बसंत कुमार चौधरी ने प्रदर्शन में कहा कि खजूरी जलाशय की बंदोबस्ती प्रक्रिया में खजूरी जलाशय मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के साथ अन्याय किया जा रहा है। समिति ने वर्षों से बंदोबस्ती की मांग पूरी करने की कोशिश की है, लेकिन अधिकारियों के रवैये के कारण उन्हें बार-बार नजरअंदाज किया गया।
समिति के अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि उनकी संस्था निबंधित और सभी मानकों को पूरा करती है। इसके बावजूद जिला मत्स्य पदाधिकारी, सहकारिता पदाधिकारी, और सहायक निबंधक सहयोग समितियां बार-बार फाइलों में अड़चन डाल रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है, जिसे पूरा करने में समिति असमर्थ है।
समिति ने उपायुक्त गढ़वा को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि खजूरी जलाशय की बंदोबस्ती प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए खजूरी जलाशय की बंदोबस्ती खजूरी जलाशय मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड को दी जाए, ताकि 200 से अधिक गरीब और भूमिहीन मछुआरों को रोजगार मिल सके।
धरना प्रदर्शन में समिति के सचिव संजय कुमार चौधरी, कोषाध्यक्ष अजय चौधरी, और अन्य सदस्य जैसे सुकुल चौधरी, उपेंद्र चौधरी, सोनी देवी, कौशल्या देवी, और सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
समिति ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे न्यायालय में गुहार लगाएंगे।