भवनाथपुर : विस्थापित संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मजदूरों और रैयतों के साथ पूर्व में किए गए वादों को पूरा करने और ऑक्शन रद्द करते हुए प्लांट कटिंग पर तत्काल रोक लगाने संबंधी आठ सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से टाउनशिप गोलंबर के पास अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया।
विस्थापित संघर्ष समिति के संरक्षक सुशील चौबे ने कहा कि भवनाथपुर और श्रीबंशीधर नगर के राजस्व ग्राम दहेड़िया तुलसीदामर की जमीन को हमारे पूर्वजों ने औने-पौने दामों पर देकर एशिया के सबसे बड़े क्रशर प्लांट को स्थापित कराया। लेकिन सेल प्रबंधन की गलत नीतियों के कारण यह प्लांट वर्षों से वीरान पड़ा है। अब ऑक्शन के माध्यम से प्लांट का कटिंग कार्य शुरू कर दिया गया है, जो यहां की औद्योगिक विरासत को नष्ट करने का प्रयास है।
इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले सेल के प्रशासनिक भवन पर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया था, जहां अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि प्लांट का कटिंग कार्य नहीं होगा। लेकिन अब भी कटिंग कार्य जारी है। सुशील चौबे ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन उग्र रूप ले लेगा और इसके लिए सेल प्रबंधन, प्रशासन और राज्य सरकार जिम्मेदार होंगे।
समिति की मांगों में विस्थापितों और रैयतों को जागरूक करना, सेल द्वारा प्लांट कटिंग कार्य पर तत्काल रोक लगाना, पूर्व में किए गए वादों को पूरा करने के बाद ही किसी भी नए कार्य की शुरुआत करना शामिल है।
धरना प्रदर्शन में विस्थापित संघर्ष समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र साह, सिंदुरिया पंचायत मुखिया नंदलाल पाठक, दीपक जायसवाल, धर्मेंद्र कुमार साह, मोहन साह, शंभू पासवान, रामपति देवी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन से उग्र आंदोलन की ओर बढ़ेंगे।