मेराल : झारखंड प्रदेश विश्वकर्मा समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र विश्वकर्मा के आवास पर पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के 29वां जयंती मनाया गया।
जयंती कार्यक्रम के उपरांत सुरेंद्र विश्वकर्मा ने उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए बताया कि ज्ञानी जैल सिंह का राजनीतिक सफर शुरू होने के बाद ज्यादातर समय जेल में बीता बार बार जेल जाने आने पर जेलर द्वारा इनका नाम ज्ञानी जैल सिंह रख दिया था। उन्होंने हार नहीं मानी राजनीतिक का दौर शुरू रहा इसके बाद विधायक से लेकर केंद्र के मंत्री तक बने और देश का सेवा किया फिर 1982 में उन्होंने देश के सातवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिया। उनका निधन 25दिसंबर 1994 ई को हो गई। इस मौके पर डॉक्टर सुचित विश्वकर्मा, बाबू लोहार शिवकुमार विश्वकर्मा ज्योति प्रकाश, बबलू कुमार शर्मा, रंजीत विश्वकर्मा बबलू विश्वकर्मा मनोज विश्वकर्मा अशोक विश्वकर्मा राममिलन विश्वकर्मा सुखनाथ विश्वकर्मा राजकुमार शर्मा सुखनाथ विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे।