रमना (गढ़वा) : प्रखंड मुख्यालय और आसपास के ग्रामीण इलाकों पनघटवा बृहद्ध पाईप लाईन योजना से किए जाने वाले जलापूर्ति योजना का लाभ आने वाले गर्मी मे भी लोगों को मिलने की संभावना नहीं दिख रही है। स्थिति यह है कि शिलान्यास के ग्यारह माह बित जाने के बाद भी पाईप बिछाने का काम और टंकी बनाने का काम अधुरा पड़ा है। प्रत्येक वर्ष गर्मीयों मे भीषण पेयजल संकट झेल रहे रमना प्रखंड वासियों को योजन् निर्माण की धीमी गति से अभी और पेयजल संकट झेलने के लिए तैयार रहना होगा।
विदित को कि 83 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से बन रही योजना से रमना और मेराल प्रखंड वासियों को पनघटवा डैम से पाईप लाईन से जलापूर्ति किया जाएगा। उक्त योजना का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 22 अक्टूबर 2019 को किया था।
जबकि भुमि पुजन 25 फरवरी 2019 को विधायक भानुप्रताप शाही ने किया था। इस योजना के तहत रमना प्रखंड मे बनने वाला तीन पानी टंकीयों से ग्यारह पंचायत के 80 हजार आबादी को शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने की योजना है।
ड्राई जोन के रुप में चिन्हित रमना प्रखंड वासियों को आने वाले गर्मी मे भी पाईप लाईन से जलापूर्ति योजना का इंतजार करना पड़ सकता है। वर्तमान में योजना का काम धरातल मे बीस प्रतिशत भी नहीं हो पाया। ऐसे में मार्च महीना से जलापूर्ति योजना आरंभ करना संभव नहीं दिखाई पड़ रहा है। राज्य सरकार जनहित में योजना निर्माण के प्रति गंभीरता दिखाते हुए ससमय योजना निर्माण कार्य पुरा कराए।
इस संबंध में बलजीत कुमार सोनी ने कहा कि
रमना वासियों को प्रत्येक साल गर्मी मे पेयजल संकट से दो चार होना पड़ता है।
पनघटवा वृहद्ध पेयजल आपूर्ति के निर्माण कार्य धीमी रहे के कारण लोगों और अभी और पेयजल आपूर्ति के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। इसके पहले भी सिलीदाग पेयजल आपूर्ति और मड़वनीया पेयजल आपूर्ति योजना धरातल पर नहीं पहुंच सकी।स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासन और सरकार गंभीरता दिखाते हुए योजना निर्माण कार्य में तेजी लाए ताकि आने वाले गर्मी मे लोगों को पेयजल आपूर्ति संभव हो सके।