गढ़वा :
स्थानीय जीएन कॉन्वेंट +2 स्कूल में राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मलेरिया, डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग गढ़वा के विशेषज्ञों द्वारा परामर्श कार्यक्रम का आयोजन का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक मदन केशरी ने उपस्थित छात्र- छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू, एक अत्यंत खतरनाक बिमारी है जो संक्रमित मादा एडिस मच्छर के काटने से होता है जिसके कारण अचानक तेज बुखार, पहचान खोना, सिर में तेज़ दर्द, आँखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द, छाती, और हाथों में खसरा जैसे चकते, मसूड़ों से खून आना, भोजन से अरुचि, भूख न लगना आदि जैसे लक्षण प्रकट होते है।
ऐसी स्थिति में निकट8 के सरकारी अस्पताल या योग्य चिकित्सक से सलाह लेना अत्यावश्यक है। बचाव ईलाज से बेहतर होता है। किसी भी बूवार को हल्का में नहीं लेना है, यह 'डेंगू' चिकनगुनिया हो सकता है। मच्छरों से बचाव लिए घर के आस पास सफाई रखें। सभी पुराने टायरों, बर्तनों तथा व्यवहार में नहीं आने वाले वस्तुओं को हटा दें, ताकि इनमें पानी जमा न हो सके। पानी के बर्तनों को ढँक कर रखें, क्योंकि एडिस मच्छर स्वच्छ जल में हीं पनपते हैं। एडीस मच्छर, मुख्यत: शरीर के निचले हिस्सों में काटते हैं अत: हाथ एवं पैरों को ढक कर रखें। हमेशा मच्छर दानी के अन्दर सोए। संभव हो तो कीटनाशी युक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें। बुखार होने पर खूब पानी पिये एवं आराम करें।
अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें। मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम, गढ़वा की ओर से आए विशेषज्ञों फिरोज खान एवं संजय कुमार सिंह के द्वारा छात्र- छात्राओं को डेंगू / चिकनगुनिया / मलेरिया से बचाव एख उपचार से संबंधित बहुमूल्य जानकार दी गयी। कार्यक्रम को सफल बनाने में उपप्राचार्य बसंत ठाकुर, शिक्षक खुर्शीद आलम, मुकेश कुमार भारती, संजीव कुमार, अजय कुमार, नीरा शर्मा, सरिता दुबे, सुनिता कुमारी, सुषमा तिवारी, निलम कुमारी, शिवानी कुमारी, संतोष प्रसाद आदि भूमिका सराहनीय रही। इस अवसर पर मंच संचालन इस कार्यक्रम के इंचार्ज संजीव कुमार और धन्यवाद ज्ञापन मुकेश भारती ने किया।