गढ़वा :
प्राचार्य, शिक्षकों समेत लगभग सभी कर्मचारी मिले नदारद, कारण पृच्छा
सोमवार को अनुमंडल पदाधिकारी सदर संजय कुमार ने सूरत पांडे डिग्री कॉलेज का औचक निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान प्राचार्य, टीचिंग स्टाफ तथा नॉन टीचिंग स्टाफ की लगभग शत प्रतिशत अनुपस्थिति पाये जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई।
महाविद्यालय के असमय बंद प्राचार्य कक्ष के समक्ष एसडीओ
दरअसल बीते दिनों इस डिग्री कॉलेज के लगभग 15 शिक्षकों ने अनुमंडल पदाधिकारी को महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के विरुद्ध वित्तीय अनियमितताओं सहित ससमय वेतन भुगतान नहीं करने आदि शिकायतों के साथ एक शिकायती पत्र सौंपा था।
प्राप्त शिकायती विंदुओं की वस्तु स्थिति जानने हेतु एसडीओ सोमवार को दोपहर लगभग 2:30 बजे महाविद्यालय पहुंचे थे, किंतु वहां पर न तो प्राचार्य मौजूद थे और न ही शिकायत करने वाले एक भी शिक्षक गण। मौके पर सिर्फ चपरासी श्री मनोहर राम मौजूद थे, जबकि परिसर के ही पास भूगोल के विभाग अध्यक्ष श्री वीरेंद्र पांडे भी टहल रहे थे। चपरासी से जानकारी लेने पर एसडीओ को पता चला कि प्रिंसिपल के साथ-साथ महाविद्यालय के सभी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ में से कोई भी उपस्थित नहीं हैं। उसके बाद उन्हें पूरे परिसर के सभी कक्षों में लटके हुए तालों को ही देखकर ही संतोष करना पड़ा। लगभग 10 मिनट के बाद एक शिक्षक श्री विवेकानंद उपाध्याय भी मौके पर पहुंच गए।
प्राचार्य श्री निकलेश कुमार चौबे से जब एसडीओ के द्वारा फोन कर पूछा गया तो वे अनुपस्थिति का संतोषजनक कारण नहीं बता पाए, हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि 30 से अधिक शिक्षकों एवं अन्य नॉन टीचिंग स्टाफ में से सभी अनुपस्थित हैं। इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुये एसडीओ ने उनसे कहा कि यह महाविद्यालय जिले का एक प्रतिष्ठित महाविद्यालय है इसकी गरिमा और प्रतिष्ठा को इस प्रकार खराब न करें, नियमित मॉनिटरिंग करके सभी शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करवायें और अपनी निगरानी में सुनिश्चित करें कि नियमित कक्षाएं संचालित हों।
उल्लेखनीय है कि अनुमंडल पदाधिकारी इस महाविद्यालय के पदेन अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय से जुड़े जिम्मेदार पदाधिकारियों व शिक्षकों को इस गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए कारण पृच्छा किया जा रहा है।