रेहला :
कहते हैं जहां हरि कथा होता है वहां साक्षात विष्णु किसी न किसी रूप में विद्यमान होते हैं मानव जीवन में हरि कथा का जो रस जो आनंद अमृत रूपी मानव के मस्तिष्क में आता है वह दूसरे किसी भी कार्य में नहीं वर्ष के सबसे सर्वश्रेष्ठ माह कार्तिक जो साक्षात भगवान विष्णु की प्रिय माह है सिर्फ भागवत कथा सुन लेने से जीवन के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं यह उक्त बातें बिहार के देव से पधारे आचार्य पंडित प्रदीप पाठक ने कहा वे आज बिश्रामपुर के तोलरा में मंझर कुंवर के घर एकादशी उद्यापन में बोल रहे थे 1 सप्ताह से चल रहे सप्ताहिक कथा श्रीमद् भागवत का आज आखरी कथा प्रायोजित था अपने बानी से मंत्रमुग्ध पर श्रोता को झूमने पर विवश कर रहे आचार्य प्रदीप पाठक ने बताया मनुष्य के जीवन में एकादशी जैसे उद्यापन करने का सौभाग्य मिले तो जीवन का हर कालखंड ही समाप्त हो जाए कथा के मध्य में लागी लगन मत तोड़ना बीच भंवर मत छोड़ना तू मेरा सेठ है तू ही साहूकार है गीत पर श्रोता जमकर झूमे मौके पर दीनानाथ तिवारी करुणा देवी ओम नारायण तिवारी बबीता देवी हरि नारायण तिवारी कविता देवी कलावत कुंवर गोकुल तिवारी सुर्यदेव तिवारी छठू तिवारी सहित अन्य श्रोता मौजूद थे