गढ़वा : गढ़वा थाना क्षेत्र के लगमा गांव के श्रवण कुमार ठाकुर उर्फ रमेश ठाकुर के पुत्र सोनू ठाकुर 16 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
उसे शनिवार को गांव में ही एक बांध के पास गंभीर रुप से घायल अवस्था में पाया गया था। उसे जबड़े में नीचे गोली लगी थी। इसके बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर एक पिस्ताैल भी मिला है, जिससे सोनू ठाकुर के गोली मार आत्महत्या करने की भी चर्चा हो रही है। जबकि उसके स्वजनों के अनुसार सोनू की किसी ने गोली मार कर हत्या कर दी। जबकि भ्रमित करने की नीयत से पिस्तौल को वहीं फेंक कर भाग गया, जिससे लोग इसे आत्महत्या समझें।
जानकारी के अनुसार सोनू ठाकुर की लगमा स्टैंड में स्टेशनरी एवं कार्ड छपाई करने की दुकान है, जिसे पिता-पुत्र मिलकर चलाते थे। स्वजनों के अनुसार शनिवार की सुबह में सोनू ने सो कर उठने के बाद घर से बाहर निकाल कर गया था। परिवार के लोग उसे दुकान जाने की बात समझ रहे थे। जबकि उसके जाने के करीब एक घंटे बाद गांव के ही एक व्यक्ति ने बांध की ओर शौच करने के लिए गया था। तब उस व्यक्ति की नजर घायलावस्था में जमीन पर गिरे सोनू ठाकुर पर पड़ी। इसके बाद उसने गांव के लोगों को इसकी सूचना दिया। इसकी खबर मिलते ही वहां ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को भी दे दी। तब पुलिस के सहयोग से घायल सोनू को वहां से उठाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इधर, स्वजनों का कहना है कि सोनू ठाकुर की किसी ने गोली मार कर हत्या कर दिया है तथा आत्महत्या का रुप देने की नीयत से पिस्टल भी वहीं छोड़कर फरार हो गया है। इधर, सोनू ठाकुर की सदर अस्पताल में मौत के बाद गढ़वा थाना पुलिस ने उसके शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
-गोली की आवाज को पटाखा समझकर नहीं दिया ध्यान -
इस घटना को लेकर ग्रामीण स्तब्ध हैं। लोगों की मानें तो यह बड़ी ही दुखद घटना है। गांव के लोगों की मानें तो उन्हें गोली की आवाज जरुरी सुनाई दी थी। लेकिन लोगों ने इसे दीपावली को लेकर बच्चों द्वारा पटाखा चलाए जाने की बात समझा था। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद जब गांव के एक व्यक्ति ने सोनू को घायल देखकर हल्ला किया, तब उन्होंने हकीकत को समझ सके कि सही मायने में गोली ही चली थी।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लक्ष्मी पूजा की तैयारी चल रही है। गांव में लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति स्थापित कर पूजा किया जाता है। इसे लेकर गांव के लोग सुबह में चंदा कलेक्शन एवं पूजा की तैयारी कर रहे थे। इस बीच अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दिया। लेकिन लोगों ने सोचा कि दीपावली होने के कारण बच्चे पटाखे छोड़ रहे होंगे। किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया।