बंशीधर नगर :
प्रखंड कार्यालय के सभागार में बुधवार को पंचायत विकास सूचकांक सम्बंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया.कार्यशाला में उपस्थित मुखिया व कर्मियों को मुख्य प्रशिक्षक सह प्रखंड समन्वयक कौशल कुमार ने प्रशिक्षण दिया.प्रशिक्षक ने पंचायत विकास सूचकांक की जानकारी देते हुये कहा कि पंचायती राज विभाग के निर्देशानुसार ग्राम पंचायतों को परफॉर्मेंस के आधार पर सर्वे कर ग्रेडिंग किया जायेगा. ग्राम पंचायतों को प्राप्त स्कोर के आधार पर प्रत्येक जिले के एक ग्राम पंचायत को पुरस्कृत किया जायेगा. उस पंचायत के विकास के लिये अलग से राशि उपलब्ध कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि यह सर्वे प्रत्येक वर्ष कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले पंचायत लक्ष्य प्राप्तकर्ता,75-90अंक प्राप्त करने वाले पंचायत अग्रणी पंचायत,60-75अंक वाले पंचायत प्रदर्शन कर्ता,40-60अंक वाले पंचायत आकांक्षी,40 से कम अंक वाले पंचायत को शुरुवाती के रूप में ग्रेडिंग किया जायेगा. उन्होंने कहा कि सर्वे के बाद सम्बंधित लाइन विभाग के नोडल पदाधिकारी द्वारा जांच कर ऑन लाइन पोर्टल के माध्यम से अग्रेतर प्रेषित करेंगे.प्रशिक्षण में मुखिया मनोज कुमार ठाकुर,विवेक कुमार,उषा देवी,कुमारी रेखा,पंचायत सचिव बिरेन्द्र सिंह,नंदकुमार मेहता,विकास कुमार सहित सभी पंचायतों के पंचायत भवन में प्रतिनियुक्त भीएल ई सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

प्रशिक्षण
श्री बंशीधर नगर-संकुल संसाधन केन्द्र उच्च विद्यालय चितविश्राम में संकुल अंतर्गत सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापको को स्विफ्ट चैट बोट एप आधारित प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षक संकुल साधन सेवी संजय कुमार सिंह ने कहा कि इस प्रशिक्षण में स्विफ्ट चैट ऐप आधारित शिक्षक सहायक और डीजी साथ वीकली प्रैक्टिस चैट बोट सभी विद्यालयों में लागू किया जाना है. डिजिटल युग में स्विफ्ट चैट बोट के माध्यम से शिक्षक अपने वर्गकक्ष जाने से पूर्व शिक्षक सहायक चैट बोट के उपयोग से लेसन प्लान, वर्कशीट और वीडियो के माध्यम से अपने वर्गकक्ष में सीखने-सिखाने के विधि आसान कर पायेंगे,वहीं बच्चे प्रत्येक सप्ताह शनिवार से अगले सप्ताह शुक्रवार तक साप्ताहिक क्विज के माध्यम से सीखने का लर्निग स्तर आसानी से समझ पायेंगे. प्रशिक्षण में शिक्षक द्वारिका नाथ पांडेय, उदय कुमार, सुग्रीव राम, अनिल कुमार, प्रवीण कुमार सिन्हा, नरेंद्र श्रीवास्तव, जगरनाथ राम, नरेश राम सहित सभी प्रधानाध्यापक उपस्थित थे.

--भगवान् की माया के दोष-गुण बिना हरिभजन के नहीं जाते, अतएव सब कामनाओं को छोड़कर श्रीराम को भजो- जीयर स्वामी
श्री बंशीधर नगर-प्रखंड के पाल्हे जतपुरा ग्राम में चल रहे प्रवचन के क्रम में श्री श्री जीयर स्वामी जी ने कहा कि जो दिन आज है, वह कल नहीं रहेगा, चेतना है तो जल्दी चेत जा, देख मौत तेरी घातमें घूम रही है.श्री रामके चरणों की पहचान हुये बिना मनुष्यके मनकी दौड़ नहीं मिटती, लोग केवल भेष बनाकर दर-दर अलख जगाते हैं, परंतु भगवान्के चरणों में प्रेम नहीं करते, उनका जन्म वृथा है.जो शान्त, दान्त, उपरत, तितिक्षु और समाहित होता है, वही आत्माको देखता है और वही सबका आत्मरूप होता है.जिन्होंने काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर – इन छः शत्रुओं को जीत लिया है, वे पुरुष ईश्वर की ऐसी भक्ति करते हैं जिसके द्वारा भगवान् में परम प्रेम उत्पन्न हो जाता है.जैसे प्रवाहके वेगमें एक स्थानकी बालू अलग-अलग - बह जाती है और दूर-दूरसे आकर एक जगह एकत्र हो जाती है, ऐसे ही कालके द्वारा सब प्राणियों का कभी वियोग और कभी संयोग होता है.सरलता, कर्तव्यपरायणता, प्रसन्नता और जितेन्द्रियता - तथा वृद्ध पुरुषोंकी सेवा — इनसे मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है,जिससे सब जीव निडर रहते हैं और जो सब प्राणियों से निडर रहता है, वह मोहसे छूटा हुआ सदा निर्भय रहता है.जो मनुष्य समस्त भोगों को पा जाता है और जो सब भोगों को त्याग देता है, इनमें सब भोगों को पानेवाले की अपेक्षा सबका त्याग करनेवाला श्रेष्ठ है.जो संग्रह का त्याग करके अपरिग्रहमें रत है, ऐसे चित्त के मल से रहित हुए ज्ञानवान् पुरुष ही निर्वाणको प्राप्त होते हैं, जैसे अग्निके समीप रहनेवाले पुरुषका अन्धकार और शीत अग्नि की स्वाभाविक शक्तिसे ही दूर हो जाता है, वैसे ही पापी पुण्यात्मा जो कोई भी भगवान् को भजता है, वही उनकी महिमाको जानता है और वही शान्ति प्राप्त करता है.जब दृश्य नहीं है, तब दृष्टि भी कुछ नहीं है, दृश्यके बिना देखना कहाँ, दृश्य के कारण ही द्रष्टा और दर्शन हैं.काम ,क्रोध, मद, लोभ की खान जब तक मनमें है, तबतक ज्ञानी और मूर्ख में क्या भेद है? दोनों एक समान ही हैं.