भंडरिया(गढ़वा) :भंडरिया मुख्यालय स्थित कस्तुरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालय के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमितों के साथ भारी लापरवाही का मामला प्रकाश में आया है।
एक ओर कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर सरकार कोरोना संक्रमित मरीजों के देखभाल व इलाज के लिए लाखो रूपये खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर भंडरिया में कोरोना संक्रमित नौ मरीजों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। सभी मरीज भंडरिया थाना से जुड़े हुए हैं। मरीजों का कहना है कि कस्तुरबा स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने के बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा सिर्फ कैल्सियम का टेबलेट खिलाकर छोड़ दिया गया है।
यहाँ कस्तुरबा के नाईट गार्ड धर्मेंद्र यादव के अलावे अन्य कोई भी कर्मी नही है।
कोरोना संक्रमित भर्ती मरीजों का देखभाल करना तो दूर की बात है, उन्हें किसी भी प्रकार का भोजन आदि उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। सभी संक्रमित थाना के मेस से नास्ता- भोजन आदि मँगाकर खा रहे हैं। गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों अनुशासित होने के साथ ही थाना के मेस के भरोसे काम चला ले रहे हैं, इनके स्थान पर आमलोग होते तो ऐसी कुव्यवस्था से घबराकर निश्चित ही भाग जाते और कईयों को संक्रमित कर सकते थे।
संक्रमितों का आरोप है कि पीने का पानी भी शुद्ध नही दिया जा रहा है, नहाने का गंदा पानी पीकर गुजारा करने को सभी विवश हैं। इस बीच थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर कृष्णा कुमार आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए गिलोय आदि का काढ़ा बनवाकर उपलब्ध करा रहे हैं।
ज्ञात हो कि सरकार कोरोना संक्रमित के ईलाज के लिए लाखों रूपये खर्च कर रही है, पर भंडरिया में व्यवस्था के नाम पर कस्तुरबा विद्यालय में भर्ती कर भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। वहीं स्थानीय लोगों में कोरोना को लेकर भय व्याप्त है। बावजूद कंटेनमेंट जोन में सभी दुकानें खुल रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादातर लोग कोविड-19 से सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। सरकार सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चला रही है,किन्तु ग्रामीण क्षेत्र में लोग इससे अनभिज्ञ हैं, जिससे संक्रमण फैलने का भय बढ़ रहा है। प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन को सील भी नही किया है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विजय किशोर रजक का कहना है कि वर्तमान बीडीओ सुलेमान मुंडारी का तबादला हो गया है, नये कोई भी बीडीओ यहाँ नही आये हैं, इस कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।