मझिऑव(गढवा) : मझिऑव थाना क्षेत्र के मोरबे पंचायत के भलुही गांव निवासी राजेश्वर चौधरी के 15 वर्षीय नाबालिग लड़की सह मैट्रिक की छात्रा को बरडीहा थाना क्षेत्र के लावाचंपा गांव निवासी गणपत चौधरी के 21 वर्षीय पुत्र सह तांत्रिक अजय चौधरी एवं उसके सहयोगी जगदेव चौधरी के 22 वर्षीय पुत्र आनंद कुमार चौधरी ने छात्रा को बहला फुसलाकर 28 जुलाई को ले भगाने का मामला प्रकाश में आया है।
घटना की लिखित जानकारी छात्रा के पिता ने स्थानीय थाना में देकर अपनी पुत्री को खोजबीन करने की गुहार लगायी थी। जिसे पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए लापता छात्रा को पांच दिन के बाद गुप्त सूचना के आधार पर बरडीहा थाना क्षेत्र के ओबरा गांव निवासी उदय विश्वकर्मा के घर से शनिवार के रात्रि लगभग 8 बजे छापामारी कर सिर्फ लापता छात्रा को बरामदी कर थाना ले लाई एवं पिड़ित छात्रा से पूछताछ की गयी।
इसके पश्चात मझीआंव पुलिस ने तांत्रिक एवं उसके सहयोगी दोनों फरार अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इधर छात्रा के पिता ने बताया कि मेरी अपनी पत्नी व बेटी की तबियत खराब थी। जिसे झाड़ फुक करवाने के लिए लावाचंपा गांव स्थित अजय चौधरी तांत्रिक के यहाँ लेकर गया था तांत्रिक ने हम दोनों पती-पत्नी को बहाना बनाकर घर से मिट्टी लाने के लिए भेज दिया। हम लोग तांत्रिक पर विश्वास करते हुए अपनी बेटी को वहीं बैठा कर अपने घर आ गए। इसके बाद तांत्रिक के घर आने के बाद पता चला कि मेरी बेटी को रूम में बंद कर मूह में कपड़ा ठूँस कर बलात्कार करने का असफल प्रयास प्रयास किया था और वहीं से मेरी लड़की लापता हो गई थी।
इसके बाद 5 दिन बीतने के बाद उसी गाॅव के आनंद चौधरी ने तांत्रिक के सहयोग से मेरी बेटी को घर लेकर आया था।
लड़की के पिता ने कहा कि मैं लोक लाज के चलते किसी को जानकारी नहीं दिया। इसके बावजूद मेरी नाबालिग बेटी को पुनः तांत्रिक एवं उनके सहयोगी 28 जुलाई को मेरे घर भलुही आकर मेरी पुत्री को भगाकर ले गया। जिसे पाॅच दिनों के बाद पुलिस ने लड़की को ओबरा गांव निवासी उदय विश्वकर्मा के यहाँ से बरामद की, जबकि घर मालिक उदय विश्वकर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं कर सकी।
इसकी चर्चा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में खूब चल रही है। कई लोग सवाल खड़ा करते हुए कहा कि लापता लड़की को तो पुलिस ने बरामद कर ही ली परंतु लापता लड़की को सरंक्षण देने वाला अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है।
इधर पुलिस ने नामजद तांत्रिक एवं उनके सहयोगी दोनों को गिरफ्तार कर रविवार को गढ़वा जेल भेज दिया है जबकि छात्रा को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल गढ़वा भेजा गया।
इधर ज्ञात हो कि अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अंधविश्वास के साए में रह रहे हैं और अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर अपनी इज्जत से भी खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं।