गढ़वा :
सदर अस्पताल परिसर स्थित यक्ष्मा केंद्र के सभागार में बुधवार को बुजुर्ग स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के स्वास्थ्यकर्मियों का एकदिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इसमें सदर अस्पताल एवं जिले के विभिन्न सीएचसी के काउंसलर, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, नेत्र सहायक, दंत सहायक आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डा. कौशल लाल सहगल ने किया। जबकि बतौर प्रशिक्षक डा. कुमार प्रशांत प्रमोद एवं डा. कुमार पीयूष प्रमोद उपस्थित थे।
मौके पर डा.कौशल लाल सहगल ने कहा कि जिले में बुजुर्ग स्वास्थ्य कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए चिकित्सक एवं सभी कर्मियों को मिलजुल कार्य करने की जरुरत है।
प्रशिक्षण में मिली जानकारी को अपने कार्य क्षेत्र में उपयोग करें। कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने एनपीएचसीइ यानी बुजुर्ग स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एनसीडी के कुमार संजीव शरण ने एनपीएचसीइ कार्यक्रम एवं उसकी आवश्यकता तथा डेमोग्राफी के बारे में विस्तृत चर्चा की। जबकि डा. कुमार पीयूष प्रमोद ने बुजुर्गो मे होनेवाली आम बीमारियों के बारे में जानकारी दी। वहीं डा.कुमार पीयूष प्रमोद ने इस कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित होने वाले कैंप में दी जाने वाली सुविधाएं एवं रिपोर्टिंग से संबंधित जानकारी दी। प्रशिक्षण में खालिद अनवर, सदर अस्पताल के नेत्र सहायक सत्येंद्र कुमार, एनसीडी सेल के राजकुमार वर्मा, कुंदन कुमार यादव, काउंसलर संजय कुमार यादव, सुशील कुमार, राहुल कुमार पांडेय आदि उपस्थित थे।
सड़क सुरक्षा अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। इसे लेकर जहां विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि इस अभियान का असर तो दिख रहा है। फिर भी, बिना हेलमेट के फरार्टे भरते दोपहिया वाहन सड़कों पर देखे जा रहे हैं। ऐसे वाहन चालकों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने अब नो हेलमेट नो पेट्रोल अभियान चलाया है। इसे लेकर पेट्रोल पंप मालिकों को पुलिस द्वारा निर्देश दिया जा रहा है कि बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन चालक को पेट्रोल नहीं दे। बुधवार को गढ़वा शहर में भी कुछ ऐसा ही अभियान पुलिस ने चलाया। इस अभियान का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय ने किया।
पुलिस अधीक्षक ने शहर के विभिन्न पेट्रोल पंप पर स्वयं पहुंचकर नो हेलमेट नो पेट्रोल अभियान को लागू करने के लिए पेट्रोल पंप मालिकों एवं कर्मियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में बिना हेलमेट वाले दोपहिया वाहन चालक को पेट्रोल नहीं दें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नो हेलमेट नो पेट्रोल अभियान से दोपहिया वाहन चालक हेलमेट का प्रयोग करने लगेंगे। लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों का अनुपालन करना चाहिए। इससे सड़क दुर्घटनाओं में मौत के मामले में कमी आएगी। मौके पर गढ़वा के एसडीपीओ एके यादव समेत कई पुलिस अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।

पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी अपनी ही सरकार (रघुवर सरकार) में भीगी बिल्ली बने रहते थे।
रघुवर दास ने तानाशाही पूर्वक राज चलाया। रघुवर राज में किसी भी विधायक, मंत्री को सच बोलने की हिम्मत नहीं होती थी। तानाशाह भाजपा की सरकार में विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के लोगों की भी आवाज को कुचला गया। अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में सरकार में रहते हुए भी पूर्व विधायक कुछ भी नहीं कर सके, परंतु अब गढ़वा में चारों तरफ तेजी से होते विकास कार्य को देखकर उनकी बेचैनी बढ़ गई है। झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे ने बुधवार को होटल पद्मावती में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर उक्त बातें कही।
श्री दुबे ने कहा कि गढ़वा में हो रहे विकास कार्यों से घबरा कर पूर्व विधायक श्री तिवारी अनरगल बयानबाजी कर रहे हैं। आज के समय में खुद श्री तिवारी के गृह पंचायत तिलदाग में जितना कार्य हो रहा है, वे अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में इसका एक दहाई कार्य भी नही कर पाए थे जबकि वह उनका अपना पंचायत है।
आज उनकी बड़बोली निकल रही है। उनकी सरकार में कांग्रेस के पूर्व विधायक कद्दावर नेता को बेवजह जेल भेजा गया। उस समय न तो ये सच बोल पाए और न ही उनसे मिलने तक गए। इन्हें सरकार की नाराजगी का डर था। भाजपा के ही एक वैश्य नेता ने जब गरीब गुरबों की आवाज उठाई तो उन्हें भी जेल जाना पड़ा। उस समय भी पूर्व विधायक मौनी बाबा बन रहे। प्रतापपुर में फ्लोराइड की समस्या से जूझ रही जनता का आवाज जब झामुमो के नेताओं ने उठाया तब उस समय भी पार्टी के केंद्रीय समिति सदस्यों पर मुकदमा दर्ज कराया गया, सरेआम लप्पड़,थप्पड़ करते हुए उनकी आवाज को कुचला गया। अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले कांग्रेस के वरिष्ट नेता को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने कार्यालय में बुलाकर अपमानित किया गया।
श्री दुबे ने कहा कि उनके कार्यकाल में न तो कोई पदाधिकारी यहां तक की थाना प्रभारी भी पूर्व विधायक की नहीं सुनते थे। रघुवर सरकार में पूर्व विधायक की हैसियत चपरासी के बराबर भी नहीं था। जब तक वे विधायक रहे तब तक न तो क्षेत्र में रहे, न तो जनता के किसी भी सुख-दुख में शामिल हुए और न ही किसी गरीब की इलाज आदि में भी किसी प्रकार का कोई सहयोग किया। ऐसे व्यक्ति तो विधायक बनने के योग्य ही नहीं हैं। आखिर जनता उन्हें क्यों विधायक बनाए। भाजपा की सरकार ने सरकारी महकमा का जमकर दुरुपयोग करते हुए आम आवाम की आवाज उठाने वाले सभी लोगों की आवाज को कुचल कर रख दिया था। भावनपुर विधायक भानु प्रताप शाही आज पाक साफ बने हुए हैं। यह जग जाहिर है कि नक्सलियों के संरक्षक भानु को दवा घोटाले में ईडी ने जेल भेजा।
उन पर कई मामले दर्ज हैं। अब वह भाजपा में शामिल होते ही बिल्कुल पाक साफ बन गए। यह तो शर्मिंदगी की हद है कि एक घोटाले बाज की आवाज आज काफी तेज निकल रही है। पूरे 5 वर्ष के कार्यकाल में रघुवर सरकार ने एक भी जेपीएससी के बहाली नहीं ले पाई तब उनके कार्यकर्ता को सांप सूंघ गया था, आज निजी एवं सरकारी क्षेत्र में नौकरी प्रदान कर रहे मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर रहे हैं। मौके पर केंद्रीय सदस्य शंभु राम, शरीफ अंसारी, बीस सुत्री अध्यक्ष निरज तिवारी, पूरन तिवारी आदि लोग उपस्थित थे।
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गढ़वा तुमने माँगे ठुकराई हैं, तुमने तोड़ा है हर वादा छीनी हमसे सस्ती चीजें, तुम छंटनी पर हो आमादा तो अपनी भी तैयारी है, तो हमने भी ललकारा है हर ज़ोर जुल्म की टक्कर में हड़ताल हमारा नारा है !
मत करो बहाने संकट है, मुद्रा-प्रसार इंफ्लेशन है इन बनियों चोर-लुटेरों को क्या सरकारी कन्सेशन है बगलें मत झाँको, दो जवाब क्या यही स्वराज्य तुम्हारा है ? हर ज़ोर जुल्म की टक्कर में हड़ताल हमारा नारा है !
मत समझो हमको याद नहीं हैं जून छियालिस की रातें जब काले-गोरे बनियों में चलती थीं सौदों की बातें रह गई गुलामी बरकरार हम समझे अब छुटकारा है हर ज़ोर जुल्म की टक्कर हड़ताल हमारा नारा है !
क्या धमकी देते हो साहब, दमदाटी में क्या रक्खा है वह वार तुम्हारे अग्रज अँग्रेज़ों ने भी तो चक्खा है दहला था सारा साम्राज्य जो तुमको इतना प्यारा है हर ज़ोर जुल्म की टक्कर में हड़ताल हमारा नारा है !
समझौता ? कैसा समझौता ? हमला तो तुमने बोला है महंगी ने हमें निगलने को दानव जैसा मुँह खोला है हम मौत के जबड़े तोड़ेंगे, एका हथियार हमारा है हर ज़ोर जुल्म की टक्कर हड़ताल हमारा नारा है !
अब संभले समझौता-परस्त घुटना-टेकू ढुलमुल-यकीन हम सब समझौतेबाज़ों को अब अलग करेंगे बीन-बीन जो रोकेगा वह जाएगा, यह वह तूफ़ानी धारा है हर ज़ोर जुल्म की टक्कर में हड़ताल हमारा नारा है!

बुधवार से देश भर के ग्रामीण डाक सेवक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं,आज हड़ताल का दूसरा दिन है जिससे पूरे देश भर के डाकघर में काम-काज ठप पर गए हैं।
बात की जाए हमारे जिला गढ़वा की तो , जीले के लगभग 300 से अधिक शाखा डाक घर में कार्य बाधित है।
इस चल रहे हड़ताल के जवाब में सरकार की ओर से कोई ठोस निर्णय या कोई लिखित जवाब नही आया है।