गढ़वा :
मनुष्य में त्याग की भावना होनी चाहिए, छीनने की नही। व्यक्ति जैसा कर्म करेगा वैसा फल पायेगा। उक्त बातें जिला मुख्यालय गढ़वा के सहिजना में दुर्गा पूजा के मौके पर बाबा सोमनाथ मन्दिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीए श्रीमद् भागवत कथा के दुसरे दिन संगीतमय कथा के दौरान कथा वचिका सुश्री गुंजन किशोरी ने अपने प्रवचन में कही।
उन्होने कहा कि महाभारत की कहानी यह शिक्षा देती है कि हमे हमेशा अर्जुन की तरह त्याग की भावना रखनी चाहिए दुर्योधन की तरह छीनने की नही। उन्होने कहा ‘‘अरे हक छीनकर किसी का ना चैन पायेगा तू और देगा जबाब क्या जब परलोक जायेगा तू, क्यों भूलता जग में भगवान तू नही है, सबसे बड़ा जगत में बलवान तू नही है, अपने किये करम पर बस आंसू बहायेगा तू, देगा जबाव क्या जब परलोक जायेगा तू‘‘।
उन्होने कहा ‘‘कोई तन दुखी, कोई मन दुखी, कोई धन बिन रहे उदास, थोड़े-थोड़े सब दुखी, बस सुखी राम के दास। उन्होने कहा कि मानव को कलिकाल कलियुग में आकर माया के बंधनो से मुक्त होकर भगवान के श्री चरणो का स्मरण कर सत्य मार्ग, धर्म के पथ पर चलना चाहिए। क्योंकि दुनिया में माया (दौलत) से साधन खरीद सकते हैं किन्तु अंतरात्मा की शान्ति के लिए सुख-चैन नही। धन का बिस्तर मिल जाए पर नींद को तरसे नैन, कांटो पर सोकर किसी के मन को चैन। उन्होने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ही अमर कथा है। कथा वाचिका सुश्री गंुंजन ने कहा कि गृहस्थी रुपी गाड़ी के सच्चे ड्राईवर नारी होती हैं। नारी ही घर को स्वर्ग और नरक बनाती है। नारी से ही पति, भाई का लम्बी उम्र, बच्चांे का भविष्य और दो-दो कुलों की शान होती है।
इस मौके पर श्याम सुन्दर, राहुल राठौर, हरगोविन्द आदि ने विभिन्न वाद्य यन्त्रों पर संगत किया। वहीं पंडित सुगम जी ने कथा प्रारंभ होने के पूर्व पूजा अर्चना कराई मौके पर बाबा सोमनाथ मन्दिर युवा समिति के अध्यक्ष कृष्णकान्त सिंह, सूर्य प्रकाश सिंह, आनंद सिंह, विशाल सिंह, शिवम सिंह, शुभम सिन्हा, निखिल वर्मा, अभिषेक सिन्हा, राहुल तिवारी, रितिक सिंह, राजा तिवारी, रंजन यादव, टिंकु पाल, कुणाल कुमार, अभिषेक पांडेय, प्रियम मिश्रा, सूरज सिंह, सत्यम सिंह, अमन वर्मा आदि उपस्थित थे।