बंशीधर नगर :
-विधायक प्रतिनिधि अशोक कुमार सेठ ने विद्युत विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन देकर नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नम्बर 11 व 12 में लगे जर्जर तार व पोल को यथाशीध्र बदलने की मांग किया है.
कार्यपालक अभियंता को दिये आवेदन में कहा गया है कि वार्ड नम्बर 11 व 12 की जनता द्वारा विगत तीन माह पूर्व भी विद्युत विभाग के कनीय अभियंता को आवेदन देकर जर्जर पोल व तार बदलने की मांग किया था लेकिन आज तक जर्जर तार ,पोल बदलने की दिशा में कोई कार्रवाई नही किया गया.अभी तक लगभग 10 बार तार टूटकर गिर चुका है.विगत 12 अक्टूबर को भी सुबह 8.20 बजे तार टूटकर गिर गया था,उस समय विद्युत प्रवाहित हो रहा था.उन्होंने मानवीय आधार पर यथा शीघ्र जर्जर तार-पोल बदलने की मांग किया है.उन्होंने कहा है कि यदि इस बीच किसी तरह की अप्रिय घटना होती है,तो इसके लिये विद्युत विभाग पूर्ण जिम्मेवार होगा.
[14/10, 5:48 pm] Dinehji Nagar: फ़ोटो-पौधा वितरण करते बीडीओ,प्रमुख व अन्य
श्री बंशीधर नगर-जिला क़ृषि-उद्यान विभाग गढ़वा द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 मे राज्य बागवानी मिशन, गैर कार्यान्वित जिलो मे योजना अंतर्गत नये फल बाग का क्षेत्र विस्तार के तहत प्रखंड नगर उंटारी मे भारतीय लोक कल्याण संस्थान द्वारा संचालित एग्री क्लिनिक सेंटर मे शनिवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रवण राम, प्रखंड प्रमुख उर्मिला देवी, प्रभारी प्रखंड क़ृषि पदाधिकारी ज्ञानचंद केशरी को पौधा देकर सम्मानित किया गया. प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड प्रमुख, प्रभारी प्रखंड क़ृषि पदाधिकारी ने किसानो व महिला समूह के सखी मण्डल के बीच पौधा का वितरण किया . उद्यान मित्र मुकेश शुक्ला ने किसानो को सूची के अनुसार पौधा का वितरण किया.इस अवसर पर बीडीओ श्रवण राम ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिये पौधा रोपण आवश्यक है.उन्होंने उपस्थित लोगों से पौधा को बचाने के लिए रोज सुबह व शाम पानी देने को कहा.उन्होंने कहा कि पौधा को लगाने के लिए 2 से 2.5फिट गाढ़ा करके उसमे गोबर, लकड़ी का राख, सूखा पति, मिट्टी मे मिला कर भरे व पानी डाले.उन्होंने कहा कि पौधा हमारे जीवन का एक हिस्सा है .हम सबो को अधिक से अधिक पौधा लगाना चाहिये तथा उसे बचाने का हर संभव प्रयास करना चाहिये.मौके पर एफटीसी अनुज सिंह, एग्री क्लिनिक सेंटर के प्रखंड समन्वयक सरोज सोनकर, पल्लवी रानी,बलदेव खलखो,
महिला सखी मण्डल के उर्मिला देवी,शकुंतला देवी,परी देवी, तैरुण बीबी,ममता देवी, प्रियंका देवी, मनिता देवी, पिंकी देवी, किसान राजेश राम, मुकेश कुमार,उपेंद्र वर्मा,रजाक अंसारी, देवनाथ राम,शंकर राम सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
गुरु और ईश्वर के प्रति भक्ति होनी चाहिए तभी इन्हें प्राप्त किया जा सकता है :- श्री जीयर स्वामी।
सबसे पहले तो अनर्थ जो जीवन तथा जीवन के व्यवहार में जिस कारण से होता हो उस पर अंकुश लगाएं। अहंकारमय जीवन न हो। जरूर हम करते हैं लेकिन कराने वाला उसी प्रकार से हैं जैसे किसी कठपुतली के नाच को देखा होगा। भले वह नाचते हैं लेकिन नचाने वाला कोई दूसरा है। उसी के इशारे पर कठपुतली नाचता है। ठीक उसी प्रकार हमारे आपके साथ है। हम चाहे जो कुछ भी करते हैं वह परमात्मा अपनी शक्ति के द्वारा हमलोगों को कठपुतली के समान नचाते हैं। उनकी इच्छा नही होती है नचाने के लिए तो अपने आप से तो इस दुनिया में निस्तार हो जाते हैं। किसी के योग्य नही होते हैं। ऐसा विचार कर अनर्थों को त्याग दे। कर्तव्य करें, लेकिन मैं ही करने वाला हूं, मेरे ही द्वारा होता है।
ऐसा भाव नही होना चाहिए।
गुरू केवल कोई एक व्यक्ति,शरीर नही, गुरू एक व्यक्ति के अलावा एक दिव्य संदेश, एक उपदेश होता है।
गुरू और ईश्वर में भक्ति होनी चाहिए। गुरू हमारे जीवन का वह कंडिशन हैं, वह एक स्थिति हैं, वह एक स्तर हैं जिसके माध्यम से हम अपने भटके भूले, अटके जीवन को समाधान करने में प्रयाप्त हो जाते हैं। गुरू केवल कोई एक व्यक्ति और केवल शरीर नही, गुरू एक व्यक्ति के अलावा एक दिव्य संदेश होता है। एक उपदेश होता है, एक दिव्य आदेश होता है। एक दिव्य आचरण होता है, जिसके द्वारा हम प्रशस्त मार्गों के अधिकारी होते हैं। व्यवहारिक रूप में गुरू शब्द का मतलब जिसके संरक्षण, छत्रछाया, संवर्धन या जिनके सहवास से हमारे जीवन की किसी प्रकार की जो अधूरापन हो, किसी प्रकार की खामियां हो उन खामियों पर हम अफसोस करें, पश्चाताप करें और अपने जीवन में अच्छे मार्गों पर चलने के लिए संकल्प करें, बाध्य हो जाएं, ऐसे जिसके द्वारा आदेश प्राप्त होता हो, संदेश प्राप्त होता हो, चाहे वह धोती कुर्ता में रहने वाला हो चाहे वह गेरूआ कपड़ा वाला हो उसी का नाम गुरू है।