भवनाथपुर :
भवनाथपुर थाना पुलिस ने बुधवार को एक लड़की को सादी के नियत से अपहरण करने के मामले में प्राथमिकी अभियुक्त दुर्गेश कोरवा पिता कामेश्वर कोरवा कैलान टोला डाक बंगला निवासी को गिरफ्तार कर गढ़वा न्यायालय में सुपुर्त किया है ।घटना के बारे में बताया जाता है कि दुर्गेश कोरवा के द्वारा गांव के ही हीरा भुईंया की लड़कीं की शादी के नियत से बहला फुलाकर भगा ले गया था ।जिसमें काफी खोज बिन के पश्चात हीरा भुइयां के द्वारा भवनाथपुर थाना में अपनी लड़कीं के अपहरण करने की प्राथमिकी बीते 22 सितम्बर को की गई थी ।जिसमे पुलिस ने लड़का व लड़कीं को सही सलामत बरामद कर लिया ।वन्ही लड़कीं को मेडिकल व न्यालय में बयान के लिए भेजा गया है ।
लापरवाही
भवनाथपुर प्रखंड में मनरेगा योजना से संचालित विकास योजनाओं में संबंधित कर्मियों द्वारा सामग्री मद की राशि भुगतान में घोर लापरवाही बरती जा रही है। लापरवाही का आलम यह है, कि मनरेगा कर्मियों की मिलीभगत से प्रखंड के कई पंचायतो में सरकार के बजट के अनुरूप मनरेगा योजनाओं के सामग्री मद की राशि की अधिक भुगतान वेंडर की खाते में कर दी गई है। जानते चले कि महात्मा गांधी मनरेगा योजना अंतर्गत करवाए जाने वाले कार्य को लेकर सरकार के नियमानुसार श्रम सामग्री अनुपात 60ः40 प्रतिशत, यानी श्रम 60 तथा सामग्री मद में 40 प्रतिशत का अनुपात होना जरूरी है। लेकिन प्रखंड के तीन पंचायतो में मनरेगा के कार्यों में अधिकारियों की अनदेखी और घोर लापरवाही के कारण श्रम, सामग्री अनुपात का विश्लेषण बिगड़ गया और सामग्री मद में तय 40 प्रतिशत से 11 से 13 प्रतिशत अधिक राशि व्यय कर दिया गया।
जिन पंचायतो में श्रम के मुकाबले सामग्री मद का भुगतान हुआ है, उनमे बनसानी पंचायत में श्रम मद में 56 लाख रूपये जबकि सामग्री मद में 22 लाख रूपये की जगह 57 लाख रूपये, भवनाथपुर पंचायत में श्रम मद में 26 लाख रूपये जबकि सामग्री मद में 10 लाख रूपये की जगह 18 लाख रूपये तथा चपरी पंचायत में श्रम मद में 14 लाख रूपये की जगह सामग्री मद में 5 लाख रूपये की जगह 16 लाख रूपये का भुगतान कर दिया गया है। इस प्रकार संबंधित मनरेगा कर्मियों मिलीभगत से तीनो पंचायतो में मनरेगा सामग्री मद की राशि वेंडर के खाते में भुगतान कर दिया गया है।
इस संबंध में गढ़वा उप विकास आयुक्त राजेश रॉय ने बताया कि
मनरेगा में सामग्री मद के 40 प्रतिशत से अधिक व्यय करने के परिणाम स्वरुप सभी पदाधिकारी व मनरेगा कर्मियों को श्रम-सामग्री अनुपात समेकित रूप से राशि व्यय करने का निर्देश है।