आईईएल। गोमिया एवं आईईएल अवस्थित सीटू कार्यालय में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस का आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के आयोजन की शुरुआत झंडोतोलन एवं अमेरिका के शिकागो शहर में शहीद हुए मजदूरों की शाहिद बेदी पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस दौरान उपस्थित मजदूरों व किसानों ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस जिंदाबाद, मजदूर एकता जिंदाबाद, मजदूर-किसान एकता जिंदाबाद, शिकागो के अमर शहीदों को लाल सलाम आदि नारे लगाए। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर सभा का आयोजन किया गया इसकी अध्यक्षता सीटू नेता राकेश कुमार ने किया । कार्यक्रम में उपस्थित सीटू के प्रदेश उपाध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर ने कहा यह अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस अमेरिका के शिकागो शहर में शहीद मजदूरों की याद दिलाता है। उन्होंने कहा एक समय था जब मजदूरों का एक दिन का 24 घंटा मालिकों की गुलामी में बीत जाता था। काम के घंटे तय नहीं थे मजदूरों का निर्मम शोषण होता था। लेकिन अमेरिका के शिकागो शहर से शुरू हुए संघर्ष ने 01 मई 1886 को 8 घंटा काम, 8 घंटा आराम और 8 घंटा मनोरंजन के नियम को तय किया। इसलिए एक मई को हम अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सीटू के बोकारो जिला सचिव प्रदीप कुमार विश्वास ने कहा अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के दिन मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष का शपथ लेना चाहिए। आज फिर से भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियां मजदूरों के अधिकारों पर हमला करने को तैयार है, चार लेबर कोड इसका ज्वलंत एक उदाहरण है। चार लेबर कोड के खिलाफ 20 मई को पूरे भारत में आम हड़ताल होने जा रहा है। उन्होंने आम हड़ताल को सफल करने की अपील उपस्थित मजदूरों व किसानों से किया।
कार्यक्रम में उपस्थित किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम सुंदर महतो ने कहा अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के दिन हम लोग यह शपथ लें कि आने वाले दिनों में मजदूरों और किसानों के अधिकारों पर हो रहे हमले के खिलाफ हम संयुक्त रूप से संघर्ष करेंगे, यही उन शिकागो शहर में शहीद हुए मजदूरों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के इस कार्यक्रम में सीटू एवं किसान सभा के नेता लखन महतो, शंकर प्रजापति, गौतम पासवान, अजय कुमार, भोला स्वर्णकार, गौतम पांडे, भुनेश्वर महतो, हरिचरण सिंह, पूरन मांझी, राजकुमार माल्लाह, राजू, राजेश महतो, केशु कुमार, नरेश यादव, अश्विनी कुमार, लोकनाथ ठाकुर समेत दर्जनों लोग शामिल थे।