गढ़वा : छठ महापर्व को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस को वापस लेने को लेकर आजसू पार्टी ने प्रेस वार्ता आयोजित किया।
प्रेस वार्ता में गढ़वा रंका विधानसभा प्रभारी रविंद्र नाथ ठाकुर एवं जिला सचिव डॉक्टर इश्तियाक रजा ने संयुक्त रूप से कहा कि लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा जिससे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। यह पर्व सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में विख्यात है। सरकार बेवजह अपना निर्णय राज्य वासियों पर ना थोपे। सरकार को इस पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है। सरकार के इस निर्णय से ऐसा महसूस हो रहा है कि झारखंड राज्य हिंदुस्तान का नहीं बल्कि पाकिस्तान का हिस्सा है, जहां के मुख्यमंत्री को जय श्री राम और भारत माता की जय जैसे शब्दों से दिमाग खराब हो जाता है।
दुर्गा पूजा में पंडाल एवं प्रतिमा का साइज छोटा रखने का आदेश मिलता है। वहीं आज तो सरकार ने हद कर दी। जहां आदि अनादि काल से छठ पूजा नदी और तालाब के किनारे करने का मान्यता है। ऐसे में छठ पूजा पर सरकार के द्वारा ऐसा निर्देश समझ से परे है।
जब झारखंड में उपचुनाव था तो हेमंत जी के सभाओं में हजारों की भीड़ होती थी। उस भीड़ में खुद हेमंत सोरेन जी लंबे लंबे भाषण देते थे, लेकिन वहां कोरोना का खतरा नहीं था और जहां आस्था की बात आती है, वहां तुरंत कोरोना का खतरा नजर आने लगता है। जिसे देखकर ऐसा महसूस होता है कि झारखंड सरकार धर्म के साथ खिलवाड़ कर रही है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
प्रेस वार्ता में जितेंद्र कुमार पाल, नसीम अंसारी उपस्थित थे।