भंडरिया : भंडरिया थाना क्षेत्र के नौका परभनखाड़ सरना स्थल पर करमा पूजा का आयोजन सादगीपूर्ण किया गया। करमा पूजा उत्सव में सर्वप्रथम पर्व करने वाली दर्जनों महिलाएं सामूहिक रूप से करमा गुमा फूल डाली में भरकर अखड़ा में लेकर पहुँची।
बैगा इन्द्रदेव सिंह ने करम डाली लाकर अखड़ा में डाला तत्पश्चात भंडरिया, बड़गड़ एवं रमकंडा प्रखंड के बैगा के द्वारा पूजन किया गया। फिर बैगा के द्वारा श्रद्धालुओं को पूजन कराया गया। पूजन के पश्चात करम गीत गाते हुए सभी झुमर खेले। भाई बहन की गीत पर रसिया व रोपनी के द्वारा करमा झुमर खेला गया। मौके पर समिति के कोषाध्यक्ष बिरझू सिंह ने करमा पूजा के अवसर पर सरना सनातनी संस्कृति से लोगों को अवगत कराते हुए आये हुए बैगा, देवार, गऊँवा, प्रधान की भूमिका एवं सनातनी धर्म में उनकी महत्ता पर प्रकाश डाला।
समिति के संगठन महामंत्री भूषण सिंह ने कहा कि यह क्षेत्र स्वतंत्रता सेनानियों का पवित्र भूमि है। सैकड़ों वर्ष से सरना सनातनी समाज में गऊँवा बैगा, देवार ने नेतृत्व कर सरहुल पूजा, करमा पूजा को अधिष्ठापित करने का कार्य किया है। सरना समिति अध्यक्ष आनंदी सिंह ने कहा कि करमा पूजा सनातनी समाज का महत्वपूर्ण पर्व है। पर्व के बारे में हमसभी सनातनी बंधूओं को जानना चाहिए। तभी हम अपने धर्म की रक्षा कर पाएँगे। क्षेत्र में धर्मांतरण जैसी समस्या है पर गऊँवा, प्रधान एवं बैगा के द्वारा समाज को संगठित करने के कार्य भी प्रशंसनीय हैं। उन्होने सरना सनातन संस्कृति को विश्व की प्राचीनतम संस्कृति बताया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से समिति के उपाध्यक्ष धनपत सिंह, जीतन सिंह वनवासी कल्याण आश्रम के पलामू जिला सह संगठनमंत्री अंबिका सिंह, बैगा रामचंद्र सिंह, शुकुल मांझी, उदेश्वर सिंह, ग्राम प्रधान करमन सिंह, संजय सिंह, देवार गोपाल देवार, राजेश्वर ठाकुर, अंबिका सिंह, रघुनाथ सिंह, देवनारायण सिंह, भारती सिंह, सुरजीत सिंह, दिलीप तमोली आदि सहित दर्जनों महिला पुरूष मौजूद थे।