गढ़वा :
गढ़वा डंडा प्रखंड के छपरदागा गांव के शिव मन्दिर प्रांगण से भव्य कलश यात्रा का आयोजन हुआ। बतौर मुख्य अतिथि महर्षि वेदव्यास परिषद के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ कुलदेव चौधरी ने सबसे पहले लोगों को सोमवारी और रक्षाबन्धन की बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि पूजा-पाठ हमारे भारतीय संस्कृति की हिस्सा है और मानसिक रूप से हमें स्वच्छ रखता है।
लेकिन डॉ चौधरी ने यह भी कहा कि समाज में बदलाव के लिए आस्था के साथ शिक्षा बहुत जरूरी है। साथ ही आपसी प्रेम भाव और सामंजस्य बनाने की जरूरत है। आपसी भेदभाव से समाज कमजोर होता है। जब एक व्यक्ति शिक्षित हो जाता है तो अपने परिवार व समाज को बदलने के लायक हो जाता है। लेकिन वही एक व्यक्ति गलत रास्ते पर चलता है तो पूरे परिवार और समाज के लिए कलंक बन जाता है।
लड़कियों को पढ़ाई करना प्राथमिकता में होना चाहिए। इसके बाद ही शादी विवाह के बारे में सोचना चाहिए। अगर उम्र से पहले शादी होती है तो शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर हो जाएगी। समाज से हम सभी को मिलकर बाल विवाह और दहेज प्रथा को मिटाने की जरूरत है ताकि बेटी समाज के लिए बोझ न बने। साथ ही शराब, तम्बाकू जैसी चीजों से सबसे ज्यादा स्वास्थ्य खराब हो रहा है जिससे बचने की जरूरत है। वहीं महर्षि वेदव्यास परिषद के गढ़वा जिला अध्यक्ष सह पूर्व रमना उप प्रमुख रविंद्र कुमार चौधरी ने संस्कार के बारे में लोगों को समझाया कि संस्कार किसी पाठ्य पुस्तक में नहीं बल्कि अपने परिवार और समाज से मिलती है। आज ऐसी परिस्थिति है कि बच्चे अपने अभिभावक से कोई सलाह नहीं लेना चाहते हैं और अपने मन से कुछ गलत कर जाते हैं जिसका परिणाम अच्छा नहीं होता।
इसलिए किसी भी कार्य को करने से पहले अभिभावक एवं गुरुजनों से सलाह लेने की जरूरत है। मौके पर छपरदागा मुखिया प्रतिनिधि यदु चौधरी, विकासशील इंसान पार्टी के जिला अध्यक्ष सरोज चौधरी, वीआईपी जिला सचिव सुनील कुमार चौधरी, डंडा के पूर्व उप प्रमुख विनेश्ववर चौधरी कृष्णा चौधरी, ज्ञानी चौधरी, मंदिर संरक्षक चन्देश्वर चौधरी, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार विश्वकर्मा, बिपीन चौधरी, राजदेव चौधरी, विजय चौधरी, बिंदु शर्मा, जितेन्द्र चौधरी, दीनानाथ चौधरी आदि सहित काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित थे।