गढ़वा :
13 वी गढ़वा जिला टेबल टेनिस चैंपियनशिप एवं अंतर स्कूल प्रतियोगिता शुक्रवार से तीन दिवसीय आरकेवीएस संस्थान में शुरू हो गया। प्रतियोगिता का उद्घाटन सांसद बीडी राम , जिला पब्लिक स्कूल समन्वय समिति के अध्यक्ष सह गढ़वा जिला टेबल टेनिस संघ के संरक्षक अलख नाथ पांडेय, अध्यक्ष मदन प्रसाद केशरी,सचिव आनंद सिन्हा, उपाध्यक्ष अशोक दुबे और दीपक संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर ओर खेल कर किया।
इस मौके पर खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए सांसद बीडी राम ने कहा कि गढ़वा जिला टेबल टेनिस संघ बेहतर काम कर रहा है। गढ़वा में खेल सुविधा अच्छी नहीं है उसके बाद भी टेबल टेनिस के खिलाड़ी जिला और राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का काम किया है।
टेबल टेनिस खेल को बढ़ावा देने की आवश्यकता है और वह गढ़वा जिला टेबल टेनिस के खिलाड़ियों को आगे ले जाने के लिए हर संभव मदद करने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को खेल में बेहतर करने के लिए अपने स्किल के साथ-साथ फिटनेस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है जब तक आप फिटनेस पर विशेष ध्यान नहीं देंगे तब तक आप बेहतर में नहीं कर सकते हैं। संघ के संरक्षक अलखनाथ पांडे ने कहा कि खेल को मनोरंजन के लिए नहीं कैरियर के रूप में लेते हुए इसे आप बेहतर रूप से खेलें साथ ही खेल को जीत के लिए खेलें तभी आप बेहतर कर सकते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को अपने खानपान पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के खेल के विकास के लिए संघ हर संभव मदद करने को तैयार हैं।
अध्यक्ष मदन प्रसाद किसी ने कहा कि कहा कि खिलाड़ियों ने टेबल टेनिस खेल को सिर्फ पहचान ही नहीं दिया है बल्कि खेल के माध्यम से नए आयाम पर पहुंचाने का काम किया है। संघ ने अपने 13 वर्षों में 15 नेशनल खिलाड़ी देने का काम किया है। कम संसाधन में गढ़वा टेबल टेनिस खिलाड़ियों के बदौलत राज्य में स्थापित हो चुका है। सचिव आनंद सिन्हा ने कहा कि टेबल टेनिस चैंपियनशिप के तहत अंडर 11 साल से लेकर अंडर 19 साल तक के बालक और बालिकाओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है प्रतियोगिता आठ ग्रुप में खेला जाएगा । प्रतियोगिता में 150 से ज्यादा खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। तीन दिनों तक चलने वाले इस प्रतियोगिता का समापन रविवार को होगा।
मौके पर सांसद प्रतिनिधि प्रतिनिधि प्रमोद चौबे, चंदन जायसवाल , अजय ठाकुर , राजकुमार ,सुरेंद्र राम, सुधीर कुमार,सहित काफी संख्या में विद्यालय के छात्र और कोच शामिल थे।