गढ़वा : जल जीवन मिशन के तहत चल रही 14 बहु ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजनाओं की समीक्षा बैठक उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में संपन्न हुई। बैठक में योजनाओं की बारी-बारी से समीक्षा की गई और आवश्यक निर्देश दिए गए।
हेताड़ कला-बेता योजना में चार टंकियां तैयार हैं और पाइप लाइन में कुछ समस्याएं हैं। संवेदक ने अगस्त 2024 तक जलापूर्ति शुरू करने की बात कही। आदर-बरडीहा योजना में पाइप लाइन के लिए स्थान न होने और फॉरेस्ट क्लीयरेंस की समस्या के चलते कार्य में विलंब हो रहा है। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि अगस्त तक इस योजना को पूरा कर जलापूर्ति चालू की जाए।
गोदरमाना योजना लगभग पूर्ण है और अगस्त में चालू होने की संभावना है।
ओखरगाड़ा-चेचरिया योजना के संवेदक अनुपस्थित थे, जिसके कारण नाराज उपायुक्त ने उन्हें काली सूची में डालने के निर्देश दिए।
रामपुर-तडहे और जनेवा-करचाली योजनाओं की प्रगति अच्छी रही और अगस्त तक इन्हें पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। सगमा योजना के सभी घटकों पर कार्य चल रहा है और समय से पहले पूरा करने का निर्देश दिया गया। कांडी योजना में भूमि विवाद सुलझने के बाद दिसंबर 2024 तक पूर्ण होने की संभावना है।
रानाडीह-खुटहेरिया योजना सितंबर 2024 तक पूर्ण होगी। चामा-करकोमा योजना में भूमि विवाद के कारण एक ईएसआर का कार्य रुका हुआ है, जिसे जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश दिए गए। नगर उंटारी योजना की प्रगति ठीक है और समय सीमा के अंदर पूर्ण होगी।
मोरबे योजना के संवेदक अनुपस्थित पाए गए और उन्हें 15 दिन में कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया। मेराल-रमना योजना में एनएचएआई की ओर से समस्या है, जिसे आपसी समन्वय से सुलझाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता एवं संबंधित योजनाओं के संवेदक और उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।