भवनाथपुर : जब पूरा देश 1 मई को मजदूर दिवस मना रहा था, उसी दिन आईएमडी सेल भवनाथपुर टाउनशिप में एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें 21 वर्षीय मजदूर धीरज कुमार साहनी की जान चली गई। वह समस्तीपुर, बिहार के दरवा गांव निवासी थे। ऊंचाई पर काम करते समय किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण वे सीधे नीचे गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
यह घटना मात्र एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा नहीं, बल्कि मजदूरों की सुरक्षा को लेकर हो रही घोर लापरवाही का जीवंत उदाहरण है। जिस दिन देश भर में श्रमिकों के अधिकार और सम्मान की बात की जाती है, उसी दिन एक युवा मजदूर की जान जाना सिस्टम की असंवेदनशीलता को उजागर करता है।
जानकारी के अनुसार, साइट पर न तो हेलमेट मुहैया कराया गया था, न सेफ्टी बेल्ट, और न ही सुरक्षा निरीक्षण की कोई व्यवस्था थी। यह लापरवाही प्रशासन, ठेकेदार और सुरक्षा अधिकारियों—सभी की सामूहिक असफलता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस निर्माण स्थल पर पहले भी कई बार सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर शिकायतें दर्ज कराई गई थीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा “जांच की जाएगी” जैसा पुराना बयान देकर मामले को टालने की कोशिश की जा रही है।