झुमरीतिलैया। कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव को लेकर पिछले 9 महीने से बंद निजी एवं सरकारी विद्यालय में 10वीं एवं 12वीं की कक्षाएं राज्य सरकार के अनुमति के बाद से शहर के विभिन्न विद्यालयों में शुरू हो गई। 9 महीने बाद स्कूल के संचालन में काफी बदलाव देखे गए। सीडी बालिका विद्यालय के गेट पर मास्क लगाए सभी विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए थर्मल स्क्रीनिंग एवं उनके हाथों को सैनिटाइज करने के बाद विद्यालय में प्रवेश कराया गया। इसके बाद कक्षाओं में भी उचित सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक बेंच पर मात्र एक बच्चे को बैठने की अनुमति दी गई।
लंबे समय बाद स्कूल खुलने पर विद्यालय पहुंची छात्रा अंजली कुमारी ने बताया कि पहले ऑनलाइन क्लास तो चल रही थी। लेकिन आज क्लास में मौजूद होकर पढ़ने का एक अलग ही अनुभव प्राप्त हो रहा है। छात्रा ने बताया कि उनके 10वीं बोर्ड परीक्षा होने वाले हैं। जिसको लेकर अब उन्हें तैयारी करने में पहले से और भी अधिक सुविधा होगी।
वहीं छात्रा स्वाति गोस्वामी ने बताया कि इतने लंबे समय से स्कूल बंद होने के दौरान दोस्तों से फोन पर तो अक्सर बातें होती थी लेकिन आज 9 महीने बाद उसी कक्षा में अपने सहपाठियों के साथ बैठकर पढ़ाई करने में काफी खुशी हो रही है। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन क्लासेज तो चलती थी लेकिन जितने बेहतर तरीके से क्लास में बैठकर पढ़ाई समझ में आती है उतना ऑनलाइन क्लास में समझ में नहीं आती है।
वही क्लास ले रहे शिक्षक अभय दास ने बताया कि सरकार के द्वारा जारी निर्देश के अनुसार कक्षाओं के संचालन को लेकर 2 दिन पहले से तैयारियां शुरू कर दी गई थी। विद्यार्थियों के स्कूल पहुंचने से पहले क्लास रूम की अच्छी तरह से साफ सफाई एवं सैनिटाइज किया गया। विद्यार्थियों को क्लास में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए बैठाया गया। और कक्षा में हमेशा मास्क पहने के भी निर्देश दिए गए हैं।
विद्यालय की प्राचार्या नूतन सिन्हा ने बताया कि कोरोना के शुरुआती प्रकोप में बेशक छात्रों और शिक्षकों में संपर्क टूट गया था। लेकिन इसके बाद से लगातार विद्यार्थियों का शिक्षकों के साथ ऑनलाइन के माध्यम से संपर्क रहा है। इस दौरान नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाओं का भी संचालन चलता रहा। जिसके फलस्वरूप आज समय से पहले बच्चों की सिलेबस पूरी हो चुकी है और अब बच्चों को उनकी बोर्ड की परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए क्लास रूम में कोर्स का रिवीजन कराया जा रहा है। जिससे उन्हें आने वाले बोर्ड की परीक्षाओं में काफी फायदा होगा। प्राचार्या ने बताया कि सरकार के सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए स्कूल का संचालन किया जा रहा है। साथ ही बच्चों को क्लास रूम के अलावे ऑनलाइन क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि विभाग से मिले सहमति सह घोषणा पत्र को बच्चों को उपलब्ध कराया जा रहा है। जिस पर अभिवावक के द्वारा अपने बच्चे के क्लास रूम में बैठने की सहमति प्रदान करने के बाद ही बच्चे को क्लास में बैठने की अनुमति दी जाएगी । अन्यथा अभिभावक अपनी सुविधा अनुसार बच्चे को ऑनलाइन शिक्षा से भी जोड़े रख सकते हैं।