गढ़वा : प्रखंड के कोरवाडीह पंचायत में कई जलमीनार शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं। इसका उपयोग ही नहीं हो रहा है। लाखों की लागत से निर्मित जलमीनारों का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। जलमीनार बनाकर सरकारी राशि का सिर्फ दुरुपयोग किया गया है। उक्त आरोप कोरवाडीह पंचायत निवासी सह युवा समाजसेवी अभिषेक तिवारी ने लगाया है।
उन्होंने कहा कि विभागीय लापरवाही के कारण वर्तमान में कई जलमीनार बेकार पड़े है। कई जलमीनार खराब हो चुके हैं। कुछ जलमीनार ऐसे भी हैं, जिससे स्थानीय लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। पंचायत प्रतिनिधि भी इस समस्या का समाधान कराने में अक्षम हैं। कोरवाडीह पंचायत लगमा गांव के भंडार टोला, नाग मंदिर, हनुमान मंदिर, पोटमा परिसर में 14 वें वित्त आयोग की राशि जलमीनार का निर्माण कराया गया।
उस जलमीनार पर 3.84 लाख रुपए खर्च हुए थे। फिर भी स्थानीय लोगों को इस जलमीनार से पानी की सुविधा नहीं मिल रही है, जबकि जलमीनार का मेंटेनेंस एजेंसी को 5 वर्षों तक करना है। युवा समाजसेवी अभिषेक तिवारी ने कहा कि हमारे पंचायत में खराब जलमीनार पंचायत की शोभा बढ़ रहे हैं। हमारे पंचायत में सोलर जलमीनार है, जिसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। सभी जलमीनार खराब पड़े हैं।

किसी का सोलर टूटा हुआ है तो किसी का मशीन खराब है। कहीं पानी नहीं है तो कहीं सिर्फ स्ट्रक्चर खड़ा है। यहां के जनप्रतिनिधि भी इस कार्य के प्रति उदासीन है। उन्होंने गढ़वा प्रखंड विकास पदाधिकारी से मांग किया कि सभी खराब जल मीनार को जल्द से जल्द बनवाया जाए।
इस बाबत पंचायत के मुखिया शरीफ अंसारी ने कहा कि मोटर मंगाया गया है,जल्द लगेगा।