गढ़वा : मेराल थाना क्षेत्र के करकोमा पंचायत के लखेया व करकोमा गांव के बीच से होकर गुजरी यूरिया नदी से अवैध बालू उठाव रोकने की मांग को लेकर दोनों गांव के ग्रामीण शनिवार को गढ़वा समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में पहुंचे थे। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि जिला प्रशासन और मुखिया के मिली भगत से यूरिया नदी से प्रतिदिन करीब 1000 ट्रैक्टर अवैध बालू का उत्खनन किया जा रहा है। यूरिया नदी में प्रतिदिन जेसीबी से बालू का अवैध खनन किया जाता है। ट्रैक्टर से दिन में तथा रात में ट्रक से बालू को विभिन्न जगहों पर अवैध रूप से भेजे जा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर यही स्थिति रहा तो यूरिया नदी से बालू समाप्त हो जाएगा और सरकार के द्वारा चल रहे विभिन्न विकास योजनाओं में बालू की किल्लत होगी।
ग्रामीणों ने कहा कि बालू नहीं रहने के कारण नदी में पानी सूखने लगा है उस क्षेत्र में खेती ही किसानों का प्रमुख आजीविका का साधन है। ग्रामीणों ने कहा कि जिला प्रशासन के मिलीभगत से बालू माफिया अवैध रूप से धड़ल्ले से बालू ले जा रहे हैं। ग्रामीणों ने उपायुक्त से मांग किया है कि बालू का अवैध उत्खनन अगर नहीं रुकता है तो वे लोग अपनी मांगों को लेकर समाहरणालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठने के लिए मजबूर होंगे।
मांग पत्र सौंपने वालों में बालेश्वर ठाकुर, अनिल तिवारी, महेंद्र ठाकुर, अनिकेत कुमार तिवारी, सुरेंद्र तिवारी, सहित अनेक ग्रामीण जनता का नाम शामिल है।