गढ़वा : डंडा प्रखंड के तीनों पंचायतों भीखही, छप्पर दागा, डंडा के तीनों पंचायतों में डायन प्रथा उन्मूलन संबंधी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 11:00 बजे से भीखही पंचायत में डायन प्रथा संबंधी उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन करते हुए डायन प्रथा संबंधी विशेष जानकारी दी गई तथा लोगों को बताया गया कि यह एक मानव भ्रम है।
जबकि दोपहर 12:00 बजे छप्पर दागा पंचायत में एवं 2:00 बजे से डंडा पंचायत में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें तीनों पंचायतों के मुखिया सभी सेविका, सहायिका एवं सहिया ग्रामीण जन भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में सांकेतिक बाल विकास परियोजना कार्यक्रम की तरफ से महिला पर्यवेक्षिका राना तबस्सुम महिला पर्यवेक्षिका शिमला कुमारी एवं एवं परियोजना सहायक सुमन तिवारी, अनिल कुमार आदि लोग शामिल थे।
इस कार्यक्रम में राना तबस्सुम ने बताया कि डायन प्रथा एक सामाजिक कुरीति है जिसकी जड़े समाज में गहराई से फैली हुई है अतः इसके लिए इस बुराई को जड़ से समाप्त करने की आवश्यकता है इस कार्यक्रम में बताते हुए शिमला कुमारी ने कहा कि पिछले दिनों जो घटना घटी नारायणपुर ग्राम में उस घटना की भविष्य में पूर्णावृत्ति ना हो। ऐसा हम सब के सामूहिक एवं सार्थक प्रयास से ही संभव है परियोजना सहायक सुमन तिवारी ने कहा कि यह एक अंधविश्वास है ऐसे भ्रम एवं अंधविश्वास शिक्षा एवं गरीबी इसके लिए जिम्मेदार है। इस कार्यक्रम में तीनों पंचायतों के मुखिया लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए तथा लोगों को इस भ्रम से निकलने के लिए जागरूक किया।
इसी कार्यक्रम के साथ 15.10. 2020 से 31.10. 2020 तक चलते चलने वाले इस जागरूकता अभियान का समापन किया गया।
इसके साथ ही गढ़वा एवं डंडा प्रखंड के सभी 25 पंचायतों में जागरूकता शिविर का आयोजन कार्यक्रम को सार्थक रूप बनाने हेतु जितने भी महिला पर्यवेक्षिका, सेविका सहायिका ने अपना सफल योगदान एवं लोगों जागरूक किया। ताकि जिस प्रकार की पूर्व में घटना घटी है ऐसी घटना आगामी दिनों में ना देखी जाए।