गढ़वा : गढ़वा जिले के बंधन मैरेज हॉल में महामना परिवार झारखण्ड ने भारतरत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती समारोह सह पुरातन छात्र समागम-2024 का भव्य आयोजन किया। इस कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के झारखंड प्रदेश से आए पूर्व छात्रों ने बड़े उत्साह से भाग लिया।
समारोह की भव्य शुरुआत
कार्यक्रम का आरंभ वैदिक मंगलाचरण से हुआ, जिसे श्री अम्बरीष मिश्रा ने प्रस्तुत किया, और लौकिक मंगलाचरण पलामू के संगीत शिक्षक श्री रविशंकर ने किया। मुख्य अतिथि डॉ. किशोर कुमार गुप्ता (पूर्व कुलसचिव, विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग), अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा (सेवानिवृत्त प्राध्यापक, एस. एस. जे. एस. नामधारी महाविद्यालय), और अन्य प्रमुख वक्ताओं ने दीप प्रज्ज्वलित कर मालवीय जी और माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन किया।
मुख्य अतिथियों और वक्ताओं का संबोधन
मुख्य अतिथि डॉ. किशोर कुमार गुप्ता ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि "मालवीय जी का मानना था कि एक शिक्षित समाज ही राष्ट्र की प्रगति का आधार हो सकता है।"
संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय सह बीएचयू के पूर्व डीन प्रो. कृष्णकांत शर्मा ने मालवीय जी के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि "उनका जीवन विनम्रता, राष्ट्र प्रेम, और भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठा का प्रतीक था। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना उनकी दूरदृष्टि का परिणाम है।
प्रो. शरदिन्दु कुमार त्रिपाठी ने कहा, "झारखंड में इस प्रकार का आयोजन होना हर्ष का विषय है। महामना ने सत्य, ब्रह्मचर्य, व्यायाम और विद्या के माध्यम से समाज में आदर्श स्थापित किए।"
मुख्य वक्ता ज्वाला तिवारी और क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण झा ने महामना के आदर्शों और शिक्षण दृष्टिकोण पर अपने विचार रखे।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में संगीत साधना केंद्र, गढ़वा के निदेशक पुरुषोत्तम कुमार मिश्रा और पलामू के संगीत शिक्षक डॉ. रविशंकर के नेतृत्व में निशि श्रीवास्तव, जूही कुमारी, सुमन कुमार और सुमन कुमारी ने बीएचयू का कुलगीत प्रस्तुत किया।
गाण्डीव समाचार, रांची के संपादक अमरकान्त ने आयोजन की सराहना करते हुए अगले वर्ष का आयोजन रांची में करने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शम्भु त्रिपाठी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. चन्द्रमौलीश्वर पाण्डेय ने किया।
इस अवसर पर डॉ. रामसेवक मिश्र, रजनीकांत उपाध्याय, मिथिलेश कुमार, डॉ. दीपक कुमार सिंह, डॉ. वीनीता मुखर्जी, डॉ. पायल वर्मा, और डॉ. सुनीता कुमारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
यह आयोजन महामना परिवार झारखण्ड के समर्पण और उनके प्रयासों की सफलता का प्रतीक था।