गढ़वा : झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कमेटी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी को जनता की ज़िम्मेदारियों पर खरा उतरने का नसीहत दिया है।
जिला अध्यक्ष तनवीर आलम खान ने कहा कि विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी अभी भी चुनावी मोड से बाहर नहीं आ पाए हैं जबकि उन्हें ज्ञात होना चाहिए की वह अब इस क्षेत्र के विधायक है, अतः दूसरों पर अनर्गल बयानबाजी एवं जनता के बीच झूठ-फरेब परोसने की बजाय उन्हें अब क्षेत्र की समस्याओं एवं जनता की जिम्मेदारी पर ध्यान देना चाहिए। जनता ने उन्हें पुनः इसलिए मौका दिया है ताकि क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं पर काम हो न की उनके द्वारा पूर्व के जनप्रतिनिधियों एवं उनके रिश्तेदारों पर लांछन लगाकर अपनी ज़िम्मेदारियों से मुँह मोड़ लें।
अफवाह फैलाकर, षड्यंत्र रचकर एवं झूठ-फरेब कर विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी जनता को गुमराह कर विधायक बनने में तो सफल रहे परंतु जनता की आकांक्षाओं एवं जरूरत को पूरा करने में वह पूरी तरह से असफल साबित होंगे। अपने पुराने व्यवहार एवं चरित्र के अनुरूप वह पुनः 5 वर्षों तक जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने-खसोटने का काम करेंगे, जिसका प्रयास भी उन्होंने शुरू कर दिया है। विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों को रोककर संवेदकों को अपने पास मिलने के लिए बुलाया जा रहा है जबकि काम में किसी तरह की त्रुटि होने पर वह अपने लेटर पैड के माध्यम से उसकी जांच कर सकते हैं। उनका मकसद सिर्फ संवेदक से कमीशन वसूली और अपना जेब भरने का है। विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी विकास कार्यों की बजाय अपना पूरा कार्यकाल बतौलाबाजी में ही बिताने वाले हैं।
विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी संवेदकों पर ठेका प्रकिया में फर्जी कागजात लगाने का आरोप लगा रहे हैं जबकि उन्हें अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए। वह विधायक रहते हुए अपनी मां के नाम से कंपनी बनाकर अलकतरा घोटाला किया, 2 वर्ष जेल में रहे तथा बाद में अपने बहनोई को कंपनी का निर्देशक बनाकर फंसा दिया। उनकी कंपनी को माननीय उच्च न्यायालय ने घोटाला में दोषी साबित किया है। परंतु अपने अव्यवहारिक चरित्र के लिए प्रचलित विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी क्षेत्र की समस्याओं एवं विकास करने की बजाय लूटने-खसोटने के जुगाड़ में लगे हुए हैं।
बालू के मुद्दे पर भी सत्येंद्र नाथ तिवारी ने विपक्ष में रहते हुए दोहरा नीति अपनाया हुआ था, जब ट्रैक्टर वाले बालू की सप्लाई जनता के बीच शुरु करते तो तत्कालीन विपक्ष में बैठे हुए सत्येंद्र नाथ तिवारी बालू आपूर्ति रोकने के लिए प्रेसवार्ता आयोजित कर प्रशासन पर दबाव बनाया करते थे।
जिससे दबाव में आकर प्रशासन ट्रैक्टरों को रोक देता था या धरना-पकड़ना शुरू कर देता था। इस तरह जब बालू आपूर्ति रुक जाती थी तो पुनः वह जनता के बीच हल्ला करते की मिथिलेश ठाकुर के कार्यकाल में बालू नहीं मिल रहा है। ऐसे दोहरे चरित्र के व्यक्ति से गढ़वा की जनता हमेशा परेशान रहेगी।