चौधरी जेनरल हॉस्पिटल, गढ़वा में 50 रोगियों को दिया गया परामर्श
गढ़वा : पटना के सुप्रसिद्ध हृदय, मधुमेह, नस एवं लकवा रोग विशेषज्ञ डॉ पी के वर्मा नें चौधरी जेनरल हॉस्पिटल, गढ़वा में 50 मरीजों को परामर्श दिया। डॉ वर्मा ने कहा कि चिलचिलाती गर्मी से राहत देने वाली बरसात अब होने लगी है। देश के कई हिस्सों में मानसून की दस्तक से मौसम सुहावना हो गया है। हालांकि यह बारिश राहत के साथ ही कई बीमारियां अपने साथ लेकर आती है। इस मौसम में कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। कुछ बीमारियां तो ऐसी भी है जिनका समय पर इलाज ना हो तो जान भी जा सकता है। डॉ वर्मा ने कहा कि बरसात के मौसम में वातावरण में नमी आ जाती है, इस वजह से बैक्टीरिया और वायरस की पनपने के लिए अनुकूल मौसम मिल जाता है, जो कई बीमारियों का कारण बनते हैं।
वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन का जोखिम इस मौसम में ज्यादा रहता है, जिसकी चपेट में बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा आते हैं।
डॉ वर्मा ने यह भी कहा कि बारिश के मौसम में डायरिया, टायफाइड, वायरल फीवर, डेंगू और मलेरिया का खतरा सबसे ज्यादा और तेजी से फैलता है। टाइफाइड और डायरिया दूषित भोजन खाने पीने से होता है। इसमें उल्टी-दस्त की समस्या भी रहती है। कुछ बैक्टीरिया वायरल फीवर का कारण भी बन जाते हैं, इस मौसम में फ्लू का खतरा भी ज्यादा रहता है। बरसात में सबसे ज्यादा खतरा डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का रहता है। दोनों ही मच्छरों के काटने से फैलती है। इस मौसम में पानी जमा हो जाता है, जिनमें मच्छर पैदा होते हैं। इनके काटने से ही डेंगू और मलेरिया बढ़ता है।
अगर इनका समय पर इलाज न कराया जाए तो जानलेवा भी हो सकती है। मानसून आते ही जिन बीमारियों का खतरा बढ़ता है, उनकी चपेट में सबसे जल्दी और तेजी से कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग आते हैं। ऐसे लोगों पर वायरस और बैक्टीरिया आसानी से अटैक कर सकते हैं, इसलिए इन्हें सावधानी रखनी चाहिए। तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में समस्या, उल्टी दस्त जैसी लक्षण मिलते ही डॉक्टर से संपर्क करें।
बारिश वाली बीमारियों से बचने के लिए सुझाव देते हुए डॉ वर्मा ने कहा कि मच्छरों के पनपने से रोकें। घर के आस-पास या छत पर पानी जमा न होने दें। खान-पान का खास ख्याल रखें, बाहर का खाना छोड़ें। साफ और उबला पानी ही पियें। साफ सफाई को लेकर लापरवाही न करें।
समय-समय पर हाथों को धोते रहें। किसी भी तरह की परेशानी महसूस हो तो नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें।
मौके पर हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ कुलदेव चौधरी, निदेशक डॉ जुली कुमारी, फैयाज अंसारी, रौशन कुमार, निशा कुमारी आदि उपस्थित थे।