भवनाथपुर :<
अंचल कार्यालय के द्वारा सरकार के जनउपयोगी नियम सूचना के अधिकार का अवहेलना करने का मामला प्रकाश में आया है जिसमे भवनाथपुर बुका निवासी राम करन रावत के द्वारा बीते 29 सितम्बर को सूचना के अधिकार नियम के साथ आवश्यक जमीन सम्बन्धी विवरण अंचल कार्यालय से मांगा गया था परन्तु डेढ़ माह गुजर जाने के बाउजूद अभी तक अंचल विभाग के द्वारा लाभुक को जानकारी नही दिया गया ।जिसके कारण सूचना के अधिकार नियम2005 का साफ तौर पर अवहेलना से लोगों में सम्बन्धित विभाग के प्रति ख़ाशा आक्रोश है ।
इस सम्बंध में लाभुक रामकरण रावत ने बताया कि अगर विभाग के द्वारा जानकारी नही दिया गया तो सम्बन्धित लोंगो के विरुद्ध न्यालय का सरन लेंगे ।
जबकि सम्बन्धित विभाग के कर्मी विजय कुमार ने बताया कि जानकारी मांगी गई थी कुछ दसतावेज नही मिला है लाभुक अपील में जा सकते है ।
थाना क्षेत्र के बनसानी में महुआ के पेड़ से गिरने से 50 वर्षीय बिहारी भुइयां हुआ घायल, बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल गढ़वा रेफर। परिजनों ने बताया कि बिहारी भुइयां महुआ के पेड़ पर लकड़ी तोड़ने चढ़ा था लकड़ी तोड़ने के क्रम में पेड़ टूटने से बिहारी भुइयां पेड़ से गिर गया। जिसके बाद परिजनों के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवनाथपुर में भर्ती कराया, जहाँ इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल गढ़वा भेज दिया है। सूचना मिलने के बाद झामुमो प्रखण्ड अध्यक्ष मनोज यादव अस्पताल पहुच कर जानकारी लिया। अस्पताल में उदघाटन के बाद भी डिजिटलएक्सरे चालू नही होने पर नाराजगी जताते हुए। अविलंब एक्सरे सुविधा बहाल करने की बात कही।
प्रखंड के कैलान पंचायत में इन दिनों विकास एवं विनाश कार्य दोनों साथ साथ चल रही है।
यहाँ सुरक्षित वन क्षेत्र मे बडे पैमाने पर अवैध पत्थरो का उत्खनन पत्थर किया जा रहा है। जिस कारण एक ओर जहां हरे भरे जंगल नष्ट हो रहे है, वही दुसरी तरफ सरकार को लाखो रूपये के राजस्व का चुना लग रहा है। जंगलो से अवैध तरीके से हो रहे पत्थरो के उत्खनन में स्थानीय वन विभाग की मिली भगत से इनकार नही किया जा सकता है। कैलान के सुरक्षित वन प्रक्षेत्र से पत्थर माफिया पत्थरो का उत्खनन कर जंगल में तथा एलएनटी कम्पनी द्वारा निर्माणाधीन पानी टँकी के समीप मुख्य मार्ग के किनारे बड़े पैमाने पर डंप किया गया है। इस कार्य में संलिप्त लोगो द्वारा अवैध ढंग से तोड़े गए इन पत्थरों को क्षेत्र में हो रहे विभिन्न योजनाओं जैसे सड़क व गार्डवाल के संवेदकों के हाथो उंची कीमतों पर बेचा जा रहा है।
पत्थर माफियाओं द्वारा अवैध पत्थरों के उत्खनन के चक्कर मे पहाड़ व जंगल का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है। माफियाओं ने जंगलो से पत्थर निकालने के क्रम में कई पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाया है। जबकि सुरक्षित वन क्षेत्र के इन पहाड़ तथा जंगलो से पत्थर माफियाओं द्वारा अवैध ढंग से पत्थरो का उत्खनन किये जाने की जानकारी वन विभाग को होने और देखने के बाद भी स्थानीय वन विभाग के कर्मी आँख बंद किये हुए है, जिससे इनकी संलिप्तता उजागर हो रही है।
इस संबंध में पूछने पर कैलान के वनरक्षी दयाशंकर सिंह ने कहा कि जंगलो से अवैध ढंग से पत्थर तोड़े जाने की जानकारी मिली है। मामले की जांचपरांत इस अवैध कार्य में लिप्त दोषियों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध वन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी।