गढ़वा : झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता सह आजसू के संस्थापक वीर शहिद निर्मल महतो का शहादत दिवस समारोह गढदेवी मुहल्ला स्थित पार्टी के अस्थाई कार्यालय में आयोजित की गई।
उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने किया | मौके पर उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने शहीद निर्मल महतो जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन श्रद्धांजलि अर्पित की। जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा द्वारा निर्मल महतो जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सूदखोरों के खिलाफ आंदोलन चलाने वाले निर्मल महतो ने झारखंड अलग राज्य के लिए चलाए गए आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी | निर्मल महतो ने शोषण के विरुद्ध एवं गरीबों, मजदूरों, किसानों के हक के लिए आवाज उठाई और जमीनी स्तर पर युवाओं को जोड़ने का काम किया | 22 जून 1986 को आजसू का गठन किया गया।
उन्होंने आजसू के नेताओं को आंदोलन की बारीकियों से अवगत कराने के लिए दार्जिलिंग में सुभाष घीसिंग और ऑल असम स्टूडेंट यूनियन आसू के नेता प्रफुल्ल कुमार महंत व भृगु कुमार फुकुन से प्रशिक्षण लेने असम भी भेजा। झारखंड में इंटर फेल विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ धनबाद बंद भी कराया गया जगह-जगह प्रदर्शन किए गए। झारखंड अलग राज्य के लिए आंदोलन ने इस कदर रफ्तार पकड़ ली कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी व तत्कालीन भारत के गृह मंत्री बूटा सिंह को दिल्ली में बुलाकर कई बार आजसू नेताओं से वार्ता करनी पड़ी। 15 नवंबर 2000 को आखिरकार झारखंड राज्य का गठन हुआ। लेकिन यह देखने के लिए निर्मल महतो जी जीवित नहीं रहे और 8 अगस्त 1987 को उनकी हत्या कर दी गई।
आज जरूरत है हम सभी युवा को उनके नक्शे कदम पर चलने की प्रेरणा लेते हुए शहीद निर्मल महतो के सपनों का झारखंड बनाने का संकल्प लें।
कार्यक्रम में उपस्थित थे :- केंद्रीय सदस्य चंपा देवी, जिला उपाध्यक्ष मुकेश गुप्ता, जिला सचिव लाल मोहम्मद अंसारी इंदल बैठा, जिला कोषाध्यक्ष संतोष केसरी, सोशल मीडिया प्रभारी दीनदयाल पासवान,पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष विजय ठाकुर, जिला सदस्य नंदू ठाकुर, आफताब आलम ।