गढ़वा : गढ़वा पुलिस ने डंडई थाना क्षेत्र के जरही गांव के फुरेरी बहन के द्वारा बेची गयी महिला को उतर प्रदेश के मोहोबा जिला से बरामद कर लिया है। साथ ही उसके फुफेरी बहन एवं ख़रीदार को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह जानकारी बुधवार को एडीपीओ बहमन टूटी ने गढ़वा थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किया गया अभियुक्तों में उतर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मुस्करा गांव निवासी जयपाल विश्वकर्मा एवम बेचने वाली महिला अजनार थाना क्षेत्र के महुआ बांध गांव निवासी महेश विश्वकर्मा की पत्नी ममता देवी सामिल है।
एडीपीओ ने बताया कि 22 अगस्त को ट्वीट के माध्यम से पुलिस के संज्ञान में ये मामला आया था। इसके बाद सीता राम मिस्त्री के द्वारा अपनी पत्नी देवंती देवी को ससुराल वालों के द्वारा बेच देने की बात बताई गई थी।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीकांत एस राव खोतरे के निर्देश पर पुलिस निरीक्षक गढ़वा राजीव कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। साथ ही इस मामले में सीताराम मिस्त्री द्वारा दीए गए आवेदन पर डंडाई थाना कांड संख्या 74/20 मानव तस्करी के प्राथमिकी दर्ज किया गया।
इसमें नामज़द अभियुक्त तीन लोगों को बनाया गया। इसमें पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के सुडी गांव निवासी तेज मिस्त्री, पीड़िता के फुफेरी बहन अजनार थाना के महुआ बांध गांव निवासी ममता देवी व मुस्कुरा गांव निवासी जय पाल विश्कर्मा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराया गया था। इसके बाद टीम द्वारा 72 घण्टे के अंदर छापेमारी कर कांड के अपहृत महिला देवंती देवी को महुआ बांध से बरामद कर लिया।
एसडीपीओ ने बताया कि नामज़द अभियुक्त जय पाल विश्वकर्मा से पूछताछ के द्वरान उसने बताया की देवंती देवी के फुफेरी बहन के द्वारा 30 हजार रुपये में दो बच्चों के साथ बेच दिया गया था। इसके बाद से वह पत्नी के रूप में देवन्ति देवी को रह रहा था। कुछ दिन बीतने के बाद जयपाल विश्कर्मा द्वरा देवंती देवी को मारपीट एवम प्रताड़ित किया जाने लगा। इसके बाद देवंती देवी ने अपने पति सीताराम मिस्त्री को मोबाइल के माध्यम से सारी घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसके पति के द्वारा डंडई थाने में प्राथमिकी दर्ज किया गया। पुलिस ने देवंती देवी को बेचने एवं खरीदने वाले को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।