गढ़वा/मेराल/भवनाथपुर/खरौन्धी/श्री बंशीधर नगर : गढ़वा जिले में हरितालिका तीज का त्यौहार पूरे उल्लासपूर्ण वातवरण में पारंपरिक तरीके से मनाया गया। इस मौके पर सुहागिन महिलाओं ने अपने पति के लंबी उम्र की कामना के साथ 24 घंटों का निर्जला व्रत रखा।
तीज के पर्व को लेकर सुहागिनों द्वारा मंदिरों तथा घरों में भगवान शंकर और पार्वती की मिट्टी की मूर्ति बनाकर श्रृंगार कर पूजापाठ की। सुहागिन महिलाओं द्वारा घर-घर में किये जाने वाले इस त्यौहार को लेकर महिलाओं द्वारा पूर्व से तैयारी की गयी। हरितालिका तीज का त्यौहार जिला मुख्यालय गढ़वा समेत जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में पुरे उल्लास के साथ मनाया गया। साथ ही महिलाओं द्वारा दिन भर उपवास के दौरान प्रसाद बनाया गया।
उसके पश्चात् भगवान शंकर और मां पार्वती की भक्ति भावना के साथ पूजा अर्चना की गयी।
इस मौके पर नगर परिषद अध्यक्ष पिंकी केशरी ने तीज पर्व करते हुए सभी तीज व्रतियों को शुभकामना बधाई दी।
जिले के मेराल में भी तीज का त्योहार पूरे पारंपरिक और उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया गया। वही हासनदाग में व्रति महिलाओं को शंकर जी के चबूतरे पर पुजारी दीनानाथ पांडे द्वारा व्रतियों को पूजा कराय गया।
भवनाथुपर अंतर्गत प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में तीज का त्यौहार पारंपरिक तौर पर उल्लासपूर्ण वातावरण में मनायी गई। इसे लेकर टाउनशिप दुर्गा मंदिर में पुजारी लवजी पांडेय और सतेंद्र वैद्य, भवनाथपुर सूर्य मंदिर में पुजारी आनंद मिश्रा तथा घर पर स्थापित मूर्ति की पूजा विद्वान धर्मजीत पाठक के द्वारा व्रतियों को पूजा कराया गया।
इधर खरौन्धी में प्रत्येक वर्ष की भांति इस पर इस वर्ष भी भगवान शिव तथा माता पार्वती का तीज पर्व उल्लासपूर्वक वातावरण में मनाया गया।
वहीं वंशीधर नगर में अनुमंडल मुख्यालय सहित आस पास के क्षेत्रों में कोरोना में भी महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए हरितालिका तीज पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया।
भादो मास के शुक्ल पक्ष के तृतिया तिथि को मनाया जाने वाला हरितालिका व्रत को लेकर देर रात तक पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा। सुहागिन महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा तथा मंगल दांपत्य जीवन को लेकर यह व्रत रखती हैं। पूरे दिन रात 24 घंटे का निर्जला व्रत रखकर सुहागिन महिलाएं भगवान शिव एवं मां पार्वती की आराधना करते हैं। यथाशक्ति दान देकर अपने कुशल संपन्न एवं पति के दीर्घायु होने की आशीर्वाद प्राप्त किया।
तीज व्रत को लेकर बाजारों में फल, पूजन सामग्री एवं सुहाग सामग्री विक्रेताओं के दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई। श्रृंगार दुकानों पर भी खरीददारी करते महिलाओ की भीड़ देखी गयी।