भंडरिया। धुरकी। भवनाथपुर : भंडरिया पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहोअलैहे वसल्लम की पैदाइश की खुशी में 12 रबीउल अव्वल शरीफ को जुलूस निकाली गई। जुलूस करचाली मदरसा से निकली पंचायत भवन होते हुए मध्य विद्यालय तक गई। जुलूस में हुजूर के पैदाइश की खुशी में नात शरीफ और नगमे गाए जा रहे थे। जुलूस में छोटे बड़े जवान सभी जोशो खरोश के साथ शामिल हुए सभी के चेहरे में पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की पैदाइश की खुशी साफ झलक रही थी।
मौके पर कई जगह जगह पर लंगर का इंतजाम किया गया था। जुलूस में शामिल सभी के बीच लंगर के रूप में बिरयानी, जर्दा पुलाव आदि बांटी गई। मौके पर करचाली जामा मस्जिद में मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया।
मौलाना मुर्शीद आलम ने कहा कि ईद बकरीद से ज्यादा खुशी ईद ए मिलादुन्नबी में मिलती है, क्योंकि पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की इसी रात में पैदाइश हुई थी। इन्हीं पैगंबर के सदके में यह तो बकरीद की खुशी मिली है।
इस मौके पर करचाली मदरसा और मस्जिद को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। भंडरिया और मदगड़ी गांव में भी 12 रबीउल अव्वल की जुलूस निकाली गई। मौके पर हाजी सलामत्तुल्लाह, लहाजी वाजुद्दीन अंसारी, जुबेर नसीम आजम मौलाना मुरशिद, मौलवी निजाम, एहतेशाम आलम, मुबारक हुसैन सहित सैकड़ों संख्या में लोग शामिल थे।

धुरकी : प्रखंड मुख्यालय स्थित मदरसा दारूल उलूम गौसिया नुरिया के प्रांगण मे पैगंबर हजरत मोहम्मद सललल्लाह अलैही व सलम के जन्म दिवस के अवसर पर उनकी याद मे जुलूश निकाला गया।
वहीं जुलूस से पुर्व मदरसे के प्रांगण मे मुस्लिम धर्मावलंबियो के द्वारा सलातो सलाम पढ़कर मूल्क से कोरोना महामारी से निजात और क्षेत्र मे भाइचारा अमन एकता कायम रखने की दुआ भी मांगी। इसके बाद जुलूस मदरसे के प्रांगण से निकलकर मुख्य पथ होते चांदनी चौक व बाजार समिति स्थित गुलशन चौक प्रखंड कार्यालय से होते हुए कर्पुरी चौक से निकलकर आगे समापन किया गया। जुलूस मे सरकार की आमद मरहबा दिलदार की आमद मरहबा के नोरेबाजी के साथ बच्चे जां निसार कमिटि के द्वारा जमकर फुलो की बारिस भी किया गया, जुलूस मे बच्चे नवजवान बुढ़े सभी उत्साह के साथ शामिल थे। इस दौरान पेशइमा मौलवी गेयासुद्दीन सम्शी मौलाना एनामुर्रब, एकरार, बशीर, सगीर, मंसूर अंसारी, हाजी जानमोहम्मद अंसारी, पुर्व मुखिया महबूब अंसारी, सहादत अंसारी, बच्चे जां निसार कमिटि के नाजीश खान, सोहेल अख्तर, राशीख खान, शोएब, आरिफ के अलावे काफी काफी संख्या मे लोग शामिल थे।
भवनाथपुर : में सुबह 7 बजे जुलूस बड़ी ही शांति के साथ नन्हे नन्हे बच्चे हाथ मे इस्लामी झंडा लेकर निकले। जिसमें खूब उत्साह के साथ बडे बुजुर्ग सभी शामिल थे। जुलूस में पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में नात पेश करते हुए पैगंबर की आमद मरहबा के नारे लगाए गए। मुस्लिम धर्मावलंबियों के खास त्यौहारों में शामिल ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में शामिल होने नन्हें-मुन्हे मासूम बच्चे ठंड के मौसम की परवाह किए बिना अपनी उपस्थिति दिखाई। अपने हाथों में इस्लामी झंडा लेकर नारे तकबीर, हुजूर की आमद के नारे लगाए।
मौके पर मौलाना सज्जाद उल कादरी, ने कहा कि आराम पसंद जिंदगी जीने के लिए वर्तमान में लोग दूसरों को तकलीफ देने में भी परहेज नहीं करते।
यहाँ तक के लोग अपने फायदे के लिए कुछ भी कर गुजरते है। शादी के दौरान गरीबों के घर की बेटियों से भी दहेज मांगकर उनके सामने मुसीबत खड़ी की जा रही है। उन्होंने पैगंबर साहब के किरदार की जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया की तमाम दौलत होने के बावजूद अपने उम्मतों में एक सीख देने के लिहाज से हजरत पैगंबर ने अपनी बेटी लख्ते जिगर फातिमा को दहेज में खजूर की चटाई और मिट्टी के बर्तन दिए थे। वही पंडरिया मदरसा से भी बच्चों ने भी जुलुश निकले।
इस मौके पर थाना के एएसई रंजीत महतो व पुलिस बल, प्रखंड सदर अख्तर अंसारी, सदर मो. सफीक अंसारी, खुर्शीद, सिग्रेटरी करीम साह, हजरत अली, मो आदिल, बाबा अयमान, अलिसा नाज सहित कई लोग मौजूद थे।