गढ़वा : करीब 1 माह पूर्व गढ़वा थाना में लंबे समय तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे में जहां पुलिस मेंस एसोसिएशन तथा पुलिस एसोसिएशन एक दूसरे के खिलाफ मरने मारने को उतारू था, वहीं दोनों महकमा आज एसपी के खिलाफ एकजुट होकर विरोध जता रहा है।
आज इस मामले में जहां पुलिस एसोसिएशन की ओर से एसोसिएशन के अध्यक्ष मेजर आनंद राज खलखो एवं पुलिस मेंस एसोसिएशन की ओर से एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुशवाहा ने संयुक्त रूप से गढ़वा थाना में पत्रकार वार्ता आयोजित कर आरोप लगाया की गढ़वा के पुलिस कप्तान श्रीकांत एस राव खोतरे मनमानी तरीके से पुलिस अधिकारियों एवं जवानों से ड्यूटी ले रहे हैं। वहीं अमानवीय व्यवहार भी कर रहे हैं।
इधर इस मामले में पुलिस अधीक्षक श्रीकांत एस राव खोतरे आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि दरअसल जो लोग भ्रष्टाचार में अंतर्लिप्त थे, वैसे लोगों पर जब अंकुश लगाया गया तो अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
जबकि उनकी कोशिश पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार को समाप्त करते हुए गढ़वा जिले की पुलिस की छवि सुधारने की है।
जहां तक पुलिस एसोसिएशन एवं मेंस एसोसिएशन द्वारा आज किए गए पत्रकार वार्ता में एसपी पर लगाए गए आरोप का प्रश्न है, दोनों एसोसिएशन के अधिकारियों ने कहा कि गढ़वा पुलिस अधीक्षक का तानाशाही रवैया व अमाननीय व्यवहार है। वे बेवजह किसी पुलिस पदाधिकारियों को परेशान करने का काम कर रहे हैं।
पुलिस एसोसिएशन के गढ़वा जिला अध्यक्ष सह सार्जेंट मेजर आनंद राज खलको ने कहा कि पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के विभिन्न थाना प्रभारियों को थाना से हटाकर प्रताड़ित करते हुए पिकेट और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भेजने का कार्य किया जा रहा है।
गढ़वा जिले में अभी 6 थाना में कोई थाना प्रभारी नहीं है। थाना प्रभारी के नहीं रहने से कई परेशानियां हो रही है।
जबकि इस मौके पर गढ़वा पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष रवि कुशवाहा ने कहा कि पुलिस अधीक्षक के द्वारा पुलिस पदाधिकारियों सहित जवानों को भी प्रताड़ित किया जाता है। पुलिस अधीक्षक के द्वारा जवानों के साथ मानवीय व्यवहार नहीं किया जाता है। उन्हें सजा के रूप में कई घंटों तक बेवजह काम कराया जाता है तथा शारीरिक और मानसिक तौर पर भी प्रताड़ित किया जाता है
इधर इस मामले में गढ़वा पुलिस अधीक्षक श्रीकांत एस राव खोतरे ने तुरंत पत्रकार वार्ता किया तथा प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस मेंस एसोसिएशन और पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी अपनी निजी स्वार्थ के कारण ऐसा कर रहे हैं।
उन्हें पुलिस पदाधिकारी सहित जवानों से कोई मतलब नहीं है। केवल वे निजी स्वार्थ साधना चाह रहे हैं और विभिन्न तरह के भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं।
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन का दायित्व होता है कि कुछ भी अगर समस्या हो तो पहले पुलिस अधीक्षक को पत्राचार किया जाता है। लेकिन उनके द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है। वे तुरंत अपने केंद्रीय पदाधिकारी को पत्राचार करते हैं, जो अनुशासनहीनता का परिचायक है। किसी भी पदाधिकारी व जवान को ट्रांसफर और पोस्टिंग करने का अधिकार पुलिस अधीक्षक को होता है। जिसमें किसी की भी दखलंदाजी नहीं होती है। लेकिन जो भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं, वह अपना निजी स्वार्थ साधना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न कारणों से 39 पुलिस पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा गया है।
इस दौरान गढ़वा पुलिस अधीक्षक ने कहा कि गढ़वा जिले के विभिन्न छह थाना के थाना प्रभारी अभी नहीं है। यह एसपी का काम होता है कि किस वरीय पुलिस पदाधिकारी को और तेज तर्रार पुलिस पदाधिकारी को थाना में प्रभारी बनाना है न की पुलिस एसोसिएशन का। उन्होंने कहा कि जल्द ही विभिन्न थाना में थाना प्रभारियों की पोस्टिंग की जाएगी।