भवनाथपुर (गढ़वा) : आरएमडी सेल द्वारा खदान क्षेत्र की किया जा रहा घेराबंदी कार्य को सरईया, गुड़गांव व घाघरा के आक्रोशित महिला पुरुष ग्रामीणों ने बुधवार को संवेदक को बंधक बनाते हुए घेराव कार्य को बंद करा दिया। इस दौरान विस्थापितों ने करीब डेढ़ घण्टे तक संवेदक को बंधक बनाये रखा। विस्थापितों द्वारा संवेदक को बंधक बनाये जाने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची सेल सीआईएसएफ के जवान विस्थापितों की उग्र रूप देख कर भाग खड़े हुए। इसके बाद भवनाथपुर सीओ संदीप अनुराग टोपनो, थाना प्रभारी सीबी सिंह एवं पुलिस निरीक्षक रामजी महतो पुलिस फ़ोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तथा विस्थापित ग्रामीणों को किसी तरह समझा कर तथा सेल प्रबंधन एवं विस्थापित संघ के बीच बैठक नही होने तक कार्य बंद किये जाने का आश्वासन देते हुए संवेदक को बंधक मुक्त कराया।
मौके पर सीओ संदीप अनुराग टोपनो ने कहा कि विस्थापितों को उनका वाजिब हक दिलाने हेतु राज्य सरकार के प्रतिनिधी के तौर पर मैं स्वयं सेल प्रबंधन एवं विस्थापित संघ के सदस्यों के साथ बैठक कर वार्ता करूँगा, वार्ता के दौरान विस्थापितों द्वारा सेल प्रबंधन से की जा रही मांग को अग्रेतर कार्रवाई हेतु इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों एवं मुख्यमंत्री को सौंपी जायेगी। कहा कि जब तक इस मामले की हल को लेकर सेल प्रबंधन और विस्थापित संघ के साथ बैठक नही होती तब तक सेल प्रबंधन द्वारा खदान और अधिग्रहित भूमि का घेराव कार्य पूर्ण रूप से बंद रहेगा।
क्या मांग है, विस्थापितों का
मौके पर पहुंचे अधिकारियो से सेल द्वारा विस्थापित ग्रामीण रामविजय साह, मोहन साह, बीरेंद्र साह,आनंद पासवान,जितेंद्र पाठक,रमेश साह,प्रवेश साह,उदय साह हेमंती देवी, पनवा देवी, कौशल्या देवी, गीता देवी, पानपति, रीमा देवी समेत सैकड़ो लोगो ने कहा कि सेल प्रबंधन साजिस के तहत हमारी जमीन की घेराबन्दी कराकर हमलोगो की आजीविका का एक मात्र साधन फसल की पैदावार करने से वंचित कर रही है, खदान क्षेत्र की घेराबंदी के नाम पर हमसभी विस्थापितों के द्वारा कड़ी मेहनत से 22 एकड़ में लगाये गए अरहर और तिल के फसल को खेत में जेसीबी मशीन चलवाकर बर्बाद करा दिया गया, कहा कि हमारी जमीन सेल द्वारा अधिग्रहित किये जाने के बावजूद हम विस्थापितों को प्रबंधन द्वारा सेल में फोर्थ ग्रेड की नौकरी तक नही मिली, जबकि सेल अधिकारीयों द्वारा जमीन अधिग्रहित से संबंधित दस्तावेज की मांग पर हमलोगो ने भू अर्जन विभाग से सभी दस्तावेज प्राप्त कर सेल प्रबंधन को सौंप चुके है।
विस्थापितों ने कहा कि अगर सेल प्रबंधन जमीन अधिग्रहण के बदले में नौकरी देने में सक्षम नही है, तो विस्थापितों से अधिग्रहित जमीन को सेल प्रबंधन उन्हें वापस करें।
क्या है, मामला
जानते चले कि सेल प्रबंधन द्वारा सेल की 1173 एकड़ भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित करने हेतु घाघरा, गुडगांवा व सरईया गाँव में उत्खनित खदान क्षेत्र को सुरक्षा की दृष्टिकोण से घेराबंदी करवा रही है। उक्त कार्य 1 करोड़ की लागत से इलेक्ट्रो स्टील कारपोरेशन बोकारो के कम्पनी द्वारा कराई जा रही है। खदान क्षेत्र की घेराबंदी के दौरान सेल की खाली पड़े अधिग्रहित भूमि में विस्थापितों द्वारा कई एकड़ में लगाये गए फसल जेसीबी मशीन चलने से बर्बाद हो गयी है।
जिस कारण विस्थापितों में आक्रोश व्याप्त है, वहीँ विस्थापित सेल प्रबंधन से उनकी अधिग्रहित भूमि के एवज में नौकरी दे नही तो जमीन वापस करने की मांग पर अड़े हुए है।