गढ़वा : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्थानीय सूरत पांडेय डिग्री कॉलेज, गढ़वा में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के तत्वावधान में शनिवार को महिला दिवस मनाया गया। इस मौके पर "एक्सीलरेट एक्शन" विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई। साथ ही, महाविद्यालय की छात्रा सिमरन सोनी को पेंटिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. निकलेश चौबे ने कहा कि यह दिन महिलाओं के संघर्ष, उपलब्धियों और योगदान को पहचानने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने इतिहास के हर क्षेत्र—शिक्षा, राजनीति, विज्ञान और खेल—में अपनी छाप छोड़ी है।
कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. कमलेश सिन्हा ने कहा कि महाविद्यालय की बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं, और इसी क्रम में पेंटिंग के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सिमरन सोनी को सम्मानित किया गया।
प्रो. विवेकानंद उपाध्याय ने भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति, ममता और त्याग का स्वरूप बताते हुए कहा कि "जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है।"
डा. अरुण कुमार तिवारी ने महिलाओं के बढ़ते कदमों के बावजूद उनके सामने मौजूद चुनौतियों की ओर ध्यान दिलाया, वहीं डा. संजीव मिश्रा ने कहा कि यदि समाज को मजबूत बनाना है, तो महिलाओं को सशक्त बनाना अनिवार्य है।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डा. बिनोद द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर प्रो. शबनम खातून, रागिनी कुमारी, जया कुमारी, शुभम केशरी, रचित गुप्ता, रीचा कुमारी, पायल कुमारी सहित कई छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक उपस्थित रहे।